hotaks444
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[size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large]कौशल्या की चूत देवा के सर के तरफ थी। देवा दो तीन ज़ोरदार थप्पड कौशल्या की कमर पर जड़ देता है।
कौशल्या ;उईई माँ आहह इतने मोटे हाथ से पड़े थप्पड से तिलमिला जाती है।
देवा का लंड पूरी तरह खडा होने के बाद सिर्फ चूत या गाण्ड माँगता था।
उसकी नज़र काफी देर से कौशल्या की गाण्ड पर थी एक मर्तबा अपनी चूत मरवाते हुए कौशल्या ने देवा से कही भी थी की उसे चूत और सबसे ज़्यादा गाण्ड में लंड लेना पसंद है।
अपने ऊपर से ममता को उतार के देवा कौशल्या को अपने ऊपर खीच लेता है।
कौशल्या ;आहह धीरे बाबा उह्ह्ह्ह्ह।
देवा; कौशल्या को अपने ऊपर पीठ के बल लिटा देता है और दोनों टांगो को खोल देता है इससे पहले भी देवा इसी तरह कौशल्या की ले चुका था । देवा की भाषा समझते हुए कौशल्या भी अपनी कमर को और खोल देती है।
ममता;फटी फटी नज़रों से देवा और कौशल्या को देखने लगती है।
देवा;अपने हाथ में लंड लेके उस पर अपना थूक लगाता है और धीरे धीरे उसे कौशल्या की चूत के साथ साथ गाण्ड पर भी घीसने लगता है।
कौशल्या ;देवा मेरी चूत आहह और मत तड़पा मुझे ज़ालिम आह्ह्ह्ह्ह्।
देवा तभी गाण्ड के उस छोटे से सुराख़ पर अपना मुसल लंड रख के अंदर झटका देता है लेकिन लंड नहीं घुस पाता।
ये देख ममता अपनी ज़ुबान कौशल्या की गाण्ड पर लगा देती है और उसकी गाण्ड को अपनी थूक से चिकना करने लगती है।
कौशल्या ;आहह ममता हाँ ऐसे ही आहह हाँ आह्ह्ह्ह्ह्ह।
देवा बिना देर किये अपने लंड को फिर से कौशल्या की गाण्ड के सुराख़ पर रख के थोड़ा दबाते हुए झटका देता है और इस बार लंड का सुपाडा गाण्ड में धँस जाता है।
एक दर्द भरी चीख कौशल्या के मुँह से निकलती है। जिसे सुनने वाला उस वक़्त वहां कोई नहीं था।
अपनी चूत पर लगातार ममता की जुबान फेरने से काशी के गाण्ड का सुराख़ थोड़ा रिलैक्स हो जाता है और इसी का फायदा उठाते हुए देवा एक जोरदार झटका कौशल्या की गाण्ड में मारता है और लंड गाण्ड के सुराख़ को चीरता हुआ अंदर तक चला जाता है।
कौशल्या ;आहह हरामी आहह इतनी ज़ोर से कोई गाँड मारता है क्या आहह मेरी गाण्ड माँ।इतना ही ज्यादा जोश चढ़ा है तो अपनी बहन की गाँड मार ले देवा।
देवा: इसकी भी मारूँगा साली।अभी तो शुरुवात हुई है इसकी तो चूत और गाँड दोनों रोज रात को लूँगा।क्यों ममता देगी न मुझे अपनी गाँड.....
ममता: हाँ भाई आपको नहीं दूँगी तो किसे दूँगी।आज से मेरा पूरा जिस्म मेरे भइया का है वो जो चाहे मैं दूँगी।
कौशल्या: अरे देवा मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा है धीरे धीरे कर ज़ालिम आह्ह्ह्ह्ह।
देवा:शाबाश मेरी बहना।क्या गरम चीज है तू ।देवा और जोर से कौशल्या की गांड मारने लगता है।
कौशल्या की गाण्ड का दर्द कम करने के लिए ममता अपनी ज़ुबान को कौशल्या की चूत पर घुसा देती है और कौशल्या की चूत के दाने को मुँह में भर के चाटने लगती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
कौशल्या ;उईई माँ आहह इतने मोटे हाथ से पड़े थप्पड से तिलमिला जाती है।
देवा का लंड पूरी तरह खडा होने के बाद सिर्फ चूत या गाण्ड माँगता था।
उसकी नज़र काफी देर से कौशल्या की गाण्ड पर थी एक मर्तबा अपनी चूत मरवाते हुए कौशल्या ने देवा से कही भी थी की उसे चूत और सबसे ज़्यादा गाण्ड में लंड लेना पसंद है।
अपने ऊपर से ममता को उतार के देवा कौशल्या को अपने ऊपर खीच लेता है।
कौशल्या ;आहह धीरे बाबा उह्ह्ह्ह्ह।
देवा; कौशल्या को अपने ऊपर पीठ के बल लिटा देता है और दोनों टांगो को खोल देता है इससे पहले भी देवा इसी तरह कौशल्या की ले चुका था । देवा की भाषा समझते हुए कौशल्या भी अपनी कमर को और खोल देती है।
ममता;फटी फटी नज़रों से देवा और कौशल्या को देखने लगती है।
देवा;अपने हाथ में लंड लेके उस पर अपना थूक लगाता है और धीरे धीरे उसे कौशल्या की चूत के साथ साथ गाण्ड पर भी घीसने लगता है।
कौशल्या ;देवा मेरी चूत आहह और मत तड़पा मुझे ज़ालिम आह्ह्ह्ह्ह्।
देवा तभी गाण्ड के उस छोटे से सुराख़ पर अपना मुसल लंड रख के अंदर झटका देता है लेकिन लंड नहीं घुस पाता।
ये देख ममता अपनी ज़ुबान कौशल्या की गाण्ड पर लगा देती है और उसकी गाण्ड को अपनी थूक से चिकना करने लगती है।
कौशल्या ;आहह ममता हाँ ऐसे ही आहह हाँ आह्ह्ह्ह्ह्ह।
देवा बिना देर किये अपने लंड को फिर से कौशल्या की गाण्ड के सुराख़ पर रख के थोड़ा दबाते हुए झटका देता है और इस बार लंड का सुपाडा गाण्ड में धँस जाता है।
एक दर्द भरी चीख कौशल्या के मुँह से निकलती है। जिसे सुनने वाला उस वक़्त वहां कोई नहीं था।
अपनी चूत पर लगातार ममता की जुबान फेरने से काशी के गाण्ड का सुराख़ थोड़ा रिलैक्स हो जाता है और इसी का फायदा उठाते हुए देवा एक जोरदार झटका कौशल्या की गाण्ड में मारता है और लंड गाण्ड के सुराख़ को चीरता हुआ अंदर तक चला जाता है।
कौशल्या ;आहह हरामी आहह इतनी ज़ोर से कोई गाँड मारता है क्या आहह मेरी गाण्ड माँ।इतना ही ज्यादा जोश चढ़ा है तो अपनी बहन की गाँड मार ले देवा।
देवा: इसकी भी मारूँगा साली।अभी तो शुरुवात हुई है इसकी तो चूत और गाँड दोनों रोज रात को लूँगा।क्यों ममता देगी न मुझे अपनी गाँड.....
ममता: हाँ भाई आपको नहीं दूँगी तो किसे दूँगी।आज से मेरा पूरा जिस्म मेरे भइया का है वो जो चाहे मैं दूँगी।
कौशल्या: अरे देवा मेरी गांड में बहुत दर्द हो रहा है धीरे धीरे कर ज़ालिम आह्ह्ह्ह्ह।
देवा:शाबाश मेरी बहना।क्या गरम चीज है तू ।देवा और जोर से कौशल्या की गांड मारने लगता है।
कौशल्या की गाण्ड का दर्द कम करने के लिए ममता अपनी ज़ुबान को कौशल्या की चूत पर घुसा देती है और कौशल्या की चूत के दाने को मुँह में भर के चाटने लगती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]