hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
[size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large]देवा एक हाथ से कौशल्या का सर और दूसरे से पप्पू का सर पकडता है और दोनों को अपने लंड के क़रीब करता चला जाता है जब दोनों के नाक में देवा के लंड की महक पहुँचती है तो दोनों एक साथ ऑंखें बंद करके मुँह खोल देते है और एक इधर से और दूसरा उधर से देवा के पूरे लंड को ज़ुबान बाहर निकाल के चाटने लगते है। गलप्प शलपप गलप्प गलप्प.....
देवा;आहें भरने लगता है एक तरफ पप्पू और दूसरी तरफ से अपनी भाभी की गरम ज़ुबान को अपने लंड पर महसूस करके उसके लंड के साथ साथ पूरे जिस्म में आग भडकने लगती है।
देवा; लंड की टोपी पप्पू के मुँह में डालके आगे पीछे करने लगता है और कुछ देर बाद उसे बाहर निकाल के कौशल्या के मुँह में डाल देता है।
इस तरह दोनों के थूक से गीला करते हुए वो दोनों के मुँह को चोदने लगता है।
कौशल्या अपने हाथ से चूत को सहलाते हुए देवा के लंड को चूसने लगती है वो इससे पहले भी अपने पति के सामने देवा से चुदवा चकी थी मगर आज बात कुछ और थी। आज रामु नहीं बल्कि पप्पू था जो कुछ ही दिनों बाद उसके ननद का पति होने वाला था।
देवा;पप्पू अपना हथियार तो दिखा ज़रा भाभी जी को।
पप्पू;घबराते हुए खड़ा हो जाता है और अपने अंडरवियर निचे कर देता है।
पप्पु का लंड छोटा ज़रूर था मगर उसके लंड के सामने की टोपी लाल गुलाब की तरह थी उसे देखते ही कौशल्या देवा के लंड को मुँह से निकाल देती है और पप्पू के लंड को पकड़ के चूसने लगती है।
पप्पू;आहह भाभी आहह धीरे धीरे आह्ह्ह्ह।
उसने सोचा भी नहीं था की कौशल्या इतनी तेजी से हमला करेगी उसके लंड पर। मगर जब औरत गरम हो जाती है तो उसे कुछ नहीं पता और कौशल्या आज जल रही थी। चूत के साथ साथ गाण्ड की आग भी उसे बेक़रार कर रही थी।
अपने दोनों हाथो में दोनों जवान लंड पकड़ के कौशल्या उन दोनों को बारी बारी मुँह में ले के चुसने लगती है।
देवा का लंड इतना कड़क हो चुका था की उसे अब बस कौशल्या की चूत ही दिखाई दे रही थी।
वो कौशल्या को लिटा देता है और सामने पड़े हुए तेल की बोतल में से तेल सीधा कौशल्या की चूत पर गिरा देता है। चूत पर तेल गिरते ही चूत और चमकने लगती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
देवा;आहें भरने लगता है एक तरफ पप्पू और दूसरी तरफ से अपनी भाभी की गरम ज़ुबान को अपने लंड पर महसूस करके उसके लंड के साथ साथ पूरे जिस्म में आग भडकने लगती है।
देवा; लंड की टोपी पप्पू के मुँह में डालके आगे पीछे करने लगता है और कुछ देर बाद उसे बाहर निकाल के कौशल्या के मुँह में डाल देता है।
इस तरह दोनों के थूक से गीला करते हुए वो दोनों के मुँह को चोदने लगता है।
कौशल्या अपने हाथ से चूत को सहलाते हुए देवा के लंड को चूसने लगती है वो इससे पहले भी अपने पति के सामने देवा से चुदवा चकी थी मगर आज बात कुछ और थी। आज रामु नहीं बल्कि पप्पू था जो कुछ ही दिनों बाद उसके ननद का पति होने वाला था।
देवा;पप्पू अपना हथियार तो दिखा ज़रा भाभी जी को।
पप्पू;घबराते हुए खड़ा हो जाता है और अपने अंडरवियर निचे कर देता है।
पप्पु का लंड छोटा ज़रूर था मगर उसके लंड के सामने की टोपी लाल गुलाब की तरह थी उसे देखते ही कौशल्या देवा के लंड को मुँह से निकाल देती है और पप्पू के लंड को पकड़ के चूसने लगती है।
पप्पू;आहह भाभी आहह धीरे धीरे आह्ह्ह्ह।
उसने सोचा भी नहीं था की कौशल्या इतनी तेजी से हमला करेगी उसके लंड पर। मगर जब औरत गरम हो जाती है तो उसे कुछ नहीं पता और कौशल्या आज जल रही थी। चूत के साथ साथ गाण्ड की आग भी उसे बेक़रार कर रही थी।
अपने दोनों हाथो में दोनों जवान लंड पकड़ के कौशल्या उन दोनों को बारी बारी मुँह में ले के चुसने लगती है।
देवा का लंड इतना कड़क हो चुका था की उसे अब बस कौशल्या की चूत ही दिखाई दे रही थी।
वो कौशल्या को लिटा देता है और सामने पड़े हुए तेल की बोतल में से तेल सीधा कौशल्या की चूत पर गिरा देता है। चूत पर तेल गिरते ही चूत और चमकने लगती है।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]