hotaks444
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[size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large]रश्मी;पुरी तरह नंगी हो जाती है।
शरम के मारे वो एक हाथ अपनी चूत पे और दुसरा हाथ अपने ऑखों पे रख देती है।
थोड़ी देर बाद उसे अपने हाथ पे जो उसने छूट पे रखी थी देवा की चिपचिपी ज़ुबान महसूस होती है।
देवा;उसके हाथ को चाट रहा था।
रश्मी से भी बर्दश्त नहीं होता और वो भी पहली मर्तबा अपनी चुत को चटवाने के लालच में अपना हाथ चूत के ऊपर से हटा देती है।
हाथ हटते ही देवा की ज़ुबान रश्मि की चूत से चिपक जाती है।
रश्मी;ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां भरने लगती है उसकी आँखें बंद थी और उसकी आवाज़ से ऑगन में लेटा हुआ पप्पू उठके घर के अंदर चला जाता है।
सामने का नज़ारा देख उसके हाथ पैर काम करना बंद कर देते है।
देवा रश्मि की कमर को दोनों हाथों से पकड़ के अपने ज़ुबान को जीतनी अंदर जा सकती थी उतनी अंदर डाल के उसकी बहन की कुँवारी चूत चुसे जा रहा था।
चूत का पर्दा होने के कारन देवा ज़्यादा अंदर नहीं जा पा रहा था।
देवा इशारे से पप्पू को कपडे उतारने के लिए कहता है
और पप्पू अपने सारे कपडे उतार के रश्मि के चेहरे के पास जाके बैठ जाता है।
उसका लंड रश्मि के गाल को छुता है और रश्मि ऑंखें खोल देती है।
पहले तो वो बुरी तरह डर जाती है मगर अपने भाई को भी नंगा देख उसका डर थोड़ा कम हो जाता है।
मगर उसे दुसरा डर सताने लगता है कही ये दोनों मिलके तो ।
देवा इतने बुरी तरह रश्मि की चूत को चाट रहा था की रश्मि न बोल सकती थी न हिल सकती थी वो ऑखें फाड़े पप्पू को देखती रहती है।
अचानक पप्पू अपना लंड रश्मि के होठो के सामने करता है।
और रश्मि ऑखें बंद करके मुँह खोल देती है।
उसे भी अपने भाई का लंड स्वीकार था।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
शरम के मारे वो एक हाथ अपनी चूत पे और दुसरा हाथ अपने ऑखों पे रख देती है।
थोड़ी देर बाद उसे अपने हाथ पे जो उसने छूट पे रखी थी देवा की चिपचिपी ज़ुबान महसूस होती है।
देवा;उसके हाथ को चाट रहा था।
रश्मी से भी बर्दश्त नहीं होता और वो भी पहली मर्तबा अपनी चुत को चटवाने के लालच में अपना हाथ चूत के ऊपर से हटा देती है।
हाथ हटते ही देवा की ज़ुबान रश्मि की चूत से चिपक जाती है।
रश्मी;ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां भरने लगती है उसकी आँखें बंद थी और उसकी आवाज़ से ऑगन में लेटा हुआ पप्पू उठके घर के अंदर चला जाता है।
सामने का नज़ारा देख उसके हाथ पैर काम करना बंद कर देते है।
देवा रश्मि की कमर को दोनों हाथों से पकड़ के अपने ज़ुबान को जीतनी अंदर जा सकती थी उतनी अंदर डाल के उसकी बहन की कुँवारी चूत चुसे जा रहा था।
चूत का पर्दा होने के कारन देवा ज़्यादा अंदर नहीं जा पा रहा था।
देवा इशारे से पप्पू को कपडे उतारने के लिए कहता है
और पप्पू अपने सारे कपडे उतार के रश्मि के चेहरे के पास जाके बैठ जाता है।
उसका लंड रश्मि के गाल को छुता है और रश्मि ऑंखें खोल देती है।
पहले तो वो बुरी तरह डर जाती है मगर अपने भाई को भी नंगा देख उसका डर थोड़ा कम हो जाता है।
मगर उसे दुसरा डर सताने लगता है कही ये दोनों मिलके तो ।
देवा इतने बुरी तरह रश्मि की चूत को चाट रहा था की रश्मि न बोल सकती थी न हिल सकती थी वो ऑखें फाड़े पप्पू को देखती रहती है।
अचानक पप्पू अपना लंड रश्मि के होठो के सामने करता है।
और रश्मि ऑखें बंद करके मुँह खोल देती है।
उसे भी अपने भाई का लंड स्वीकार था।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]