desiaks
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सभी लॅडीस हाथी के घर पे आई हुई थी...उधर क्लिनिक में हाथी और कोमल चुदाई कर रहे थे....तभी वहाँ से एक बहुत ज़ोर की आवाज़ आती है...और सभी लेडीज़ क्लिकनिक में पहुच जाती है...अब आगे......
सभी लॅडीस हाथी के क्लिनिक में आके चौंक जाती है...
सभी के हाथ उनके मुँह पर चले जाते हैं....कुछ मिनट तक सन्नाटा सा छा जाता है...
कोमल सभी लॅडीस को एक टक देख रही थी...और सभी लॅडीस कोमल को एक टक देखे जा रही थी....
तभी अंजलि ने चुप्पी थोड़ी..
अंजलि :- ये क्या कोमल भाभी....आप ठीक तो हो ना..
दया :- हाँ...आपको कहीं लगी तो नही..और ये सब...
माधवी :- हाँ कोमल भाभी...लगी नही ना आपको.....और ये आवाज़ कैसी थी..
कोमल :- ओह माइ गोद...आप लोग यहाँ ... एक काम कीजिए आप लोग बाहर बैठिए ... में अभी कपड़े पहेन के आती हूँ...
सभी लॅडीस बाहर चली जाती है...
दया :- हंसते हुई.....अंदर देखा कोमल भाभी को...
रोशन :- हाँ रे बावा....देखो तो कोमल भाभी को..और वो भी हँसने लगती है...
अंजलि :- आप लोग ऐसे क्यूँ हंस रहे हैं....ठीक है...कोमल भाभी भी तो औरत है...
माधवी :- हंसते हुए....हाँ वो ठीक है अंजलि भाभी...लेकिन अपने देखा नही अंदर का नज़ारा....
और सभी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगते हैं....तभी..
तभी कोमल वहाँ लिविंग रूम में आ जाती है....वो अपना सर नीचे कर के आ रही थी..
दया :- क्या हुआ कोमल भाभी...
सभी लॅडीस उसे छेड़ने लगती है...
कोमल परेशान होकर..
कोमल :- ओह्ह्ह कम्मोन..... आप लोग तो ऐसे बोल रहे हैं..जैसे अपने कुछ भूत सा देख लिया हो....आज इतने दिनो के बाद हंस मूड में आए थे...तो रहा नही गया...
दया :- ओहू...क्या बात है कोमल भाभी ... आज तो आपके मज़े आ गये...
कोअमल :- ओह्ह दया भाभी आप भी ना.....
सभी लॅडीस हाथी के क्लिनिक में आके चौंक जाती है...
सभी के हाथ उनके मुँह पर चले जाते हैं....कुछ मिनट तक सन्नाटा सा छा जाता है...
कोमल सभी लॅडीस को एक टक देख रही थी...और सभी लॅडीस कोमल को एक टक देखे जा रही थी....
तभी अंजलि ने चुप्पी थोड़ी..
अंजलि :- ये क्या कोमल भाभी....आप ठीक तो हो ना..
दया :- हाँ...आपको कहीं लगी तो नही..और ये सब...
माधवी :- हाँ कोमल भाभी...लगी नही ना आपको.....और ये आवाज़ कैसी थी..
कोमल :- ओह माइ गोद...आप लोग यहाँ ... एक काम कीजिए आप लोग बाहर बैठिए ... में अभी कपड़े पहेन के आती हूँ...
सभी लॅडीस बाहर चली जाती है...
दया :- हंसते हुई.....अंदर देखा कोमल भाभी को...
रोशन :- हाँ रे बावा....देखो तो कोमल भाभी को..और वो भी हँसने लगती है...
अंजलि :- आप लोग ऐसे क्यूँ हंस रहे हैं....ठीक है...कोमल भाभी भी तो औरत है...
माधवी :- हंसते हुए....हाँ वो ठीक है अंजलि भाभी...लेकिन अपने देखा नही अंदर का नज़ारा....
और सभी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगते हैं....तभी..
तभी कोमल वहाँ लिविंग रूम में आ जाती है....वो अपना सर नीचे कर के आ रही थी..
दया :- क्या हुआ कोमल भाभी...
सभी लॅडीस उसे छेड़ने लगती है...
कोमल परेशान होकर..
कोमल :- ओह्ह्ह कम्मोन..... आप लोग तो ऐसे बोल रहे हैं..जैसे अपने कुछ भूत सा देख लिया हो....आज इतने दिनो के बाद हंस मूड में आए थे...तो रहा नही गया...
दया :- ओहू...क्या बात है कोमल भाभी ... आज तो आपके मज़े आ गये...
कोअमल :- ओह्ह दया भाभी आप भी ना.....