desiaks
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दया के हाथ जेठालाल के बालों में घूम रहे थे....कुछ देर तक चूसने के बाद वो अलग हुआ....और दया की चुचियाँ भीग चुकी थी..जेठालाल के थूक से...
इस बार जेठालाल अपने कपड़े उतारता है...और अपना पाजामा और अंडरवेर उतार के एक बारी में नंगा हो जाता है....
दया बड़े गोर से उसे देख रही थी..
माफ़ कीजिएगा...उसे नही...उसके लंड को देख रही थी...जो अब विकराल रूप ले चुका था....और सलामी दे रहा था..आसमान को....
दया उसी हालत में आगे बढ़ती है..और लंड हो हाथ में ले लेती है...और खड़ी रहती है...कुछ देर...दोनो एक दूसरे की आँख में देखते रहते हैं...
कुछ देर के लिए सब कुछ रुक जाता है..जैसे किसी ने टाइम पे ब्रेक लगा दिया हो...
फिर जेठालाल खामोशी को तोड़ते हुए...
जेठालाल :- अब क्या सिर्फ़ देखती रहेगी..
दया सुन के हड़बड़ाती है...और झट से उससे मुँह में ले लेती है..
जेठालाल :- देख दया ....आराम से करियो......अहह......
नीचे कम शुरू हो चुका था...
जेठालाल फिर से बोलने लगता है...
जेठालाल :- दया..ह.ओह्ह्ह.....ज़्यादा..नही...आहह...नही तो निकल जाएगा मेरा...आज कुछ ज़्यादा उतावला हो रहा है यी..ओह..अह्ह्ह्ह..
दया अपना मुँह अंदर बाहर...अंदर बाहर..कर के आधा लंड ले रही थी....लेकिन उसने जेठालाल की बात सुनी थी..इसलिए...बॅस एक पौछ्ह्ह...की आवाज़ कर के एक दम छोड़ देती है....
दया :- मेरी चूसने की ज़रूरत नही है...वो वैसे ही गीली हुई है...
बििना शरम के दया जेठालाल को बोल देती है..
जेठालाल :- तो मेने तुझसे पूछा...वैसे भी में नही चूसने वाला...मुझसे अब रहा नही जा रहा...
दया :- सॉरी...
जेठालाल :- अब सॉरी वॉरी छोड़...और अपनी ये उतार...
दया :- ये क्या...क्या ये...
जेठालाल को पता था..कि दया मज़े ले रही है..उससे...वो झट से उसका पेटी कोट खीच देता है...पेटिकोट इतनी तेज़ी से खिचता है..कि उसके साथ पैंटी भी नीचे हो जाती है....
जेठालाल दया की चूत देखता ही रह जाता है...कोई बाल नही था उसपे...और इतनी गीली हो रखी थी कि पूछो मत...
जेठालाल दया को घुटनो के बल बैठाता है...और मूड कर पलंग की तरफ कर देता है...मतलब ज़मीन पर डॉगी स्टाइल
और खुद पीछे आकर चूत पे लंड सेट करता है...और एक ही धक्के में..पूरा का पूरा अंदर....
दया :- अहह....आइइईई... आराम से टप्पू के पापा...
इस बार जेठालाल अपने कपड़े उतारता है...और अपना पाजामा और अंडरवेर उतार के एक बारी में नंगा हो जाता है....
दया बड़े गोर से उसे देख रही थी..
माफ़ कीजिएगा...उसे नही...उसके लंड को देख रही थी...जो अब विकराल रूप ले चुका था....और सलामी दे रहा था..आसमान को....
दया उसी हालत में आगे बढ़ती है..और लंड हो हाथ में ले लेती है...और खड़ी रहती है...कुछ देर...दोनो एक दूसरे की आँख में देखते रहते हैं...
कुछ देर के लिए सब कुछ रुक जाता है..जैसे किसी ने टाइम पे ब्रेक लगा दिया हो...
फिर जेठालाल खामोशी को तोड़ते हुए...
जेठालाल :- अब क्या सिर्फ़ देखती रहेगी..
दया सुन के हड़बड़ाती है...और झट से उससे मुँह में ले लेती है..
जेठालाल :- देख दया ....आराम से करियो......अहह......
नीचे कम शुरू हो चुका था...
जेठालाल फिर से बोलने लगता है...
जेठालाल :- दया..ह.ओह्ह्ह.....ज़्यादा..नही...आहह...नही तो निकल जाएगा मेरा...आज कुछ ज़्यादा उतावला हो रहा है यी..ओह..अह्ह्ह्ह..
दया अपना मुँह अंदर बाहर...अंदर बाहर..कर के आधा लंड ले रही थी....लेकिन उसने जेठालाल की बात सुनी थी..इसलिए...बॅस एक पौछ्ह्ह...की आवाज़ कर के एक दम छोड़ देती है....
दया :- मेरी चूसने की ज़रूरत नही है...वो वैसे ही गीली हुई है...
बििना शरम के दया जेठालाल को बोल देती है..
जेठालाल :- तो मेने तुझसे पूछा...वैसे भी में नही चूसने वाला...मुझसे अब रहा नही जा रहा...
दया :- सॉरी...
जेठालाल :- अब सॉरी वॉरी छोड़...और अपनी ये उतार...
दया :- ये क्या...क्या ये...
जेठालाल को पता था..कि दया मज़े ले रही है..उससे...वो झट से उसका पेटी कोट खीच देता है...पेटिकोट इतनी तेज़ी से खिचता है..कि उसके साथ पैंटी भी नीचे हो जाती है....
जेठालाल दया की चूत देखता ही रह जाता है...कोई बाल नही था उसपे...और इतनी गीली हो रखी थी कि पूछो मत...
जेठालाल दया को घुटनो के बल बैठाता है...और मूड कर पलंग की तरफ कर देता है...मतलब ज़मीन पर डॉगी स्टाइल
और खुद पीछे आकर चूत पे लंड सेट करता है...और एक ही धक्के में..पूरा का पूरा अंदर....
दया :- अहह....आइइईई... आराम से टप्पू के पापा...