hotaks444
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नुतन ; भैया चोदो मुझे मेरी चूत में तुम्हारा ये लंड डाल भी दो। आहह चीर के रख दो अपनी बहन की चूत को भैया।
देवा और कौशल्या मुस्कुरा देते है और देवा नूतन के दोनों पैरों को पूरी तरह खोल देता है ।अपने लंड को पहले कौशल्या के मुँह में डालके गीला करने के बाद देवा उसे नूतन की चूत पे लगा देता है।
कौशल्या जानती थी की देवा का लंड रामु के लंड से बड़ा और मोटा भी है और नूतन बुरी तरह चीखेगी।
वो अपना मुँह नूतन के मुँह पे लगा देता है।
और इधर देवा अपने लंड की ताकत नूतन को बता देता है।
देवा;का लंड सब कुछ फाड़ते हुए चूत के दिवारों को गिराते हुए अंदर तक अपनी जगह बना लेता है आह्ह।
नुतन;चीख भी नहीं पाती क्यूंकि उसका मुँह कौशल्या ने अपने मुँह में लिया होता है इधर बिना रुके दना दन देवा धक्कों की बौछार कर देता है वो नूतन को सँभलने का मौका भी नहीं देता ताबड़तोड़ वो नूतन की चूत का कचुमर बना देता है जितना खून रामु भी नहीं निकाल पाया था उससे कई गुना ज़्यादा खून देवा कुछ ही धक्कों में नूतन की चूत से निकाल देता है।
नुतन की साँस फूल जाती है ऑखें बाहर की तरफ निकल आती है वो ठीक तरह से साँस भी नहीं ले पाती है। जैसे ही कौशल्या अपना मुँह नूतन के मुँह से अलग करती है एक दर्दनाक चीख़ नूतन के मुँह से निकलती है।
अगर ममता और रत्ना गहरी नींद में नहीं सो रहे होते तो वो भी भाग के यहाँ आ चुके होते।
नुतन अपने आप को सँभालती है उसका दर्द कम करने के लिए कौशल्या उसके निप्पल को मुँह में ले के चुसने लगती है।
देवा;आहह बहुत छोटी और टाइट चूत है भाभी नूतन की आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
कौशल्या;तो कर दो न बडी तुम्हारे लंड से चुदेगी तो कितने दिन छोटी रह पायेगी।
नुतन ;आहह भाभी उहँन मेरी चूत चीर गई लगता है। आअह्हह्हह्हह।
कौशल्या;चीरी नहीं नूतन खुल गई है अब। असली जवानी का मजा चखा है तूने। अब पता चलेगा तुझे की चूत चीज़ क्या है और लंड का स्वाद क्या होता है।
कौशल्या एक कपडे से नूतन की चूत का खून साफ़ करती है।
देवा का लंड सटा सट अंदर बाहर होने लगता है।
देवा नूतन को स्पीड में चोद रहा था कभी कभी वह अपना लंड नूतन की चूत से निकाल कर कौशल्या के मुँह में पेल देता है जिसे कौशल्या चूसने लगती है। फिर देवा अपने लंड को एक ही झटके में नूतन की चूत में घच से पेल देता है।नूतन को भी अब धीरे धीरे मज़ा आने लगा था।वह भी अपनी गांड उठाकर देवा से चुदवाने लगती है।
देवा की होंठो को पीने लगती है।देवा पूरी ताकत से नूतन को पेलने लगता है नूतन भी देवा को अपनी बाहों में कस लेती है और झड़ने लगती है।जिंदगी का सबसे बड़ा सुख आज उसे मिल गया था।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
नुतन ; भैया चोदो मुझे मेरी चूत में तुम्हारा ये लंड डाल भी दो। आहह चीर के रख दो अपनी बहन की चूत को भैया।
देवा और कौशल्या मुस्कुरा देते है और देवा नूतन के दोनों पैरों को पूरी तरह खोल देता है ।अपने लंड को पहले कौशल्या के मुँह में डालके गीला करने के बाद देवा उसे नूतन की चूत पे लगा देता है।
कौशल्या जानती थी की देवा का लंड रामु के लंड से बड़ा और मोटा भी है और नूतन बुरी तरह चीखेगी।
वो अपना मुँह नूतन के मुँह पे लगा देता है।
और इधर देवा अपने लंड की ताकत नूतन को बता देता है।
देवा;का लंड सब कुछ फाड़ते हुए चूत के दिवारों को गिराते हुए अंदर तक अपनी जगह बना लेता है आह्ह।
नुतन;चीख भी नहीं पाती क्यूंकि उसका मुँह कौशल्या ने अपने मुँह में लिया होता है इधर बिना रुके दना दन देवा धक्कों की बौछार कर देता है वो नूतन को सँभलने का मौका भी नहीं देता ताबड़तोड़ वो नूतन की चूत का कचुमर बना देता है जितना खून रामु भी नहीं निकाल पाया था उससे कई गुना ज़्यादा खून देवा कुछ ही धक्कों में नूतन की चूत से निकाल देता है।
नुतन की साँस फूल जाती है ऑखें बाहर की तरफ निकल आती है वो ठीक तरह से साँस भी नहीं ले पाती है। जैसे ही कौशल्या अपना मुँह नूतन के मुँह से अलग करती है एक दर्दनाक चीख़ नूतन के मुँह से निकलती है।
अगर ममता और रत्ना गहरी नींद में नहीं सो रहे होते तो वो भी भाग के यहाँ आ चुके होते।
नुतन अपने आप को सँभालती है उसका दर्द कम करने के लिए कौशल्या उसके निप्पल को मुँह में ले के चुसने लगती है।
देवा;आहह बहुत छोटी और टाइट चूत है भाभी नूतन की आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
कौशल्या;तो कर दो न बडी तुम्हारे लंड से चुदेगी तो कितने दिन छोटी रह पायेगी।
नुतन ;आहह भाभी उहँन मेरी चूत चीर गई लगता है। आअह्हह्हह्हह।
कौशल्या;चीरी नहीं नूतन खुल गई है अब। असली जवानी का मजा चखा है तूने। अब पता चलेगा तुझे की चूत चीज़ क्या है और लंड का स्वाद क्या होता है।
कौशल्या एक कपडे से नूतन की चूत का खून साफ़ करती है।
देवा का लंड सटा सट अंदर बाहर होने लगता है।
देवा नूतन को स्पीड में चोद रहा था कभी कभी वह अपना लंड नूतन की चूत से निकाल कर कौशल्या के मुँह में पेल देता है जिसे कौशल्या चूसने लगती है। फिर देवा अपने लंड को एक ही झटके में नूतन की चूत में घच से पेल देता है।नूतन को भी अब धीरे धीरे मज़ा आने लगा था।वह भी अपनी गांड उठाकर देवा से चुदवाने लगती है।
देवा की होंठो को पीने लगती है।देवा पूरी ताकत से नूतन को पेलने लगता है नूतन भी देवा को अपनी बाहों में कस लेती है और झड़ने लगती है।जिंदगी का सबसे बड़ा सुख आज उसे मिल गया था।[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]