hotaks444
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नुतन ; माँ और तेरे भाई ने मेरी रातों की नींद उड़ा के रख दिए है।
ममता ; क्या मतलब।
नुतन ; थोडी देर बाद जिस कमरे में मै और माँ सो रहे हैं ना उसके पीछे वाली खिडकी के पास चली जाना सब कुछ समझ में आ जायेंगा।
ये कहते हुए नूतन अपनी माँ देवकी के पास सोने चली जाती है।
और ममता;नूतन की बात को ले के परेशान हो जाती है
आखीर बात क्या है नूतन ऐसा क्यों कह रही थी।
पता तो लगाना पडेगा।
शालु अपने पति के बूढ़े लंड से चुदाई में लगी हुई थी।
लंड चूत में जाने से उसे कोई एहसास नहीं हो रहा था। उसकी चूत से तो पप्पू के उस चुम्बन से पानी छोड रही थी जो आज उसने लिया था।
शालु;ऑंखें बंद कर लेती है और उसके ऑखों के सामने रश्मि और देवा की चुदाई घुमने लगती है।
नीलम;अपने रूम में देवा के सपने देख रही थी और रश्मि अपने भाई पप्पू के साथ उसके रूम में बैठी हुई थी।
पप्पू;दो दिन बाद तू चली जाएँगी रश्मि।
रश्मी; तो क्या हुआ वापस भी तो आऊँगी न अभी तो यही हूँ करो न जल्दी जल्दी।
तुम्हारा दोस्त तो आग लगा के चला जाता है। सुलगती मै रहती हूँ और तुम हो की बातें ज़्यादा करते हो काम कम्।
पप्पू;मुस्कुरा देता है और दोनों भाई बहन के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है।
रश्मी;अपने हाथ में पप्पू के लंड को ले के हिलाने लगती है और पप्पू अपनी बहन की मस्त चूचियां मसलने लगता है।
रश्मी; आहह गलप्प गप्प्प भाई करो न जल्दी से आह्ह्ह्ह्ह्ह।
पप्पू;रश्मि का मुँह अपने लंड पे झुका देता है और रश्मि एक समझदार बहन की तरह अपने भाई के लंड को मुँह में ले के चुसने लगती है।
रश्मी; गलप्प गलप्प।
पप्पू; आह्ह्हह ओह्हन रश्मि आह्ह्ह्ह।
रश्मी;के होठो की ठण्डक पाते ही पप्पू के लंड में कड़कपन आने लगता है और देखते ही देखते उसका लंड आकार लेने लगता है।
रश्मी;अपनी चूत को मसल मसल के पप्पू के लंड को चुसती जाती है।
थोड़ी देर बाद दोनों भाई बहन इतने गरम हो जाते है की उनसे रहा नहीं जाता और पप्पू अपने बहन रश्मि को उल्टा करके पोछे से अपने लंड को उसके चूत में उतारने लगता है।
रश्मी;आहह भाई आपके लंड में देवा जैसी बात तो नहीं आहह मगर पता नहीं क्यों मेरे रौंगटे खड़े हो जाते है आह्ह आपके लंड को अंदर लेते ही । आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मा...
पप्पू;मेरा भी यही हाल है रश्मि आह्ह्ह्ह कितनी गरम चुतत्त्त्त् है तेरीईईईईईईईईई।
रशमी;भाई ज़ोर ज़ोर से करो न मुझे आअह्हह्हह्हह।और जोर से पेलो....[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
नुतन ; माँ और तेरे भाई ने मेरी रातों की नींद उड़ा के रख दिए है।
ममता ; क्या मतलब।
नुतन ; थोडी देर बाद जिस कमरे में मै और माँ सो रहे हैं ना उसके पीछे वाली खिडकी के पास चली जाना सब कुछ समझ में आ जायेंगा।
ये कहते हुए नूतन अपनी माँ देवकी के पास सोने चली जाती है।
और ममता;नूतन की बात को ले के परेशान हो जाती है
आखीर बात क्या है नूतन ऐसा क्यों कह रही थी।
पता तो लगाना पडेगा।
शालु अपने पति के बूढ़े लंड से चुदाई में लगी हुई थी।
लंड चूत में जाने से उसे कोई एहसास नहीं हो रहा था। उसकी चूत से तो पप्पू के उस चुम्बन से पानी छोड रही थी जो आज उसने लिया था।
शालु;ऑंखें बंद कर लेती है और उसके ऑखों के सामने रश्मि और देवा की चुदाई घुमने लगती है।
नीलम;अपने रूम में देवा के सपने देख रही थी और रश्मि अपने भाई पप्पू के साथ उसके रूम में बैठी हुई थी।
पप्पू;दो दिन बाद तू चली जाएँगी रश्मि।
रश्मी; तो क्या हुआ वापस भी तो आऊँगी न अभी तो यही हूँ करो न जल्दी जल्दी।
तुम्हारा दोस्त तो आग लगा के चला जाता है। सुलगती मै रहती हूँ और तुम हो की बातें ज़्यादा करते हो काम कम्।
पप्पू;मुस्कुरा देता है और दोनों भाई बहन के होंठ एक दूसरे से चिपक जाते है।
रश्मी;अपने हाथ में पप्पू के लंड को ले के हिलाने लगती है और पप्पू अपनी बहन की मस्त चूचियां मसलने लगता है।
रश्मी; आहह गलप्प गप्प्प भाई करो न जल्दी से आह्ह्ह्ह्ह्ह।
पप्पू;रश्मि का मुँह अपने लंड पे झुका देता है और रश्मि एक समझदार बहन की तरह अपने भाई के लंड को मुँह में ले के चुसने लगती है।
रश्मी; गलप्प गलप्प।
पप्पू; आह्ह्हह ओह्हन रश्मि आह्ह्ह्ह।
रश्मी;के होठो की ठण्डक पाते ही पप्पू के लंड में कड़कपन आने लगता है और देखते ही देखते उसका लंड आकार लेने लगता है।
रश्मी;अपनी चूत को मसल मसल के पप्पू के लंड को चुसती जाती है।
थोड़ी देर बाद दोनों भाई बहन इतने गरम हो जाते है की उनसे रहा नहीं जाता और पप्पू अपने बहन रश्मि को उल्टा करके पोछे से अपने लंड को उसके चूत में उतारने लगता है।
रश्मी;आहह भाई आपके लंड में देवा जैसी बात तो नहीं आहह मगर पता नहीं क्यों मेरे रौंगटे खड़े हो जाते है आह्ह आपके लंड को अंदर लेते ही । आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मा...
पप्पू;मेरा भी यही हाल है रश्मि आह्ह्ह्ह कितनी गरम चुतत्त्त्त् है तेरीईईईईईईईईई।
रशमी;भाई ज़ोर ज़ोर से करो न मुझे आअह्हह्हह्हह।और जोर से पेलो....[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]