hotaks444
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शुभम का लंड अभी भी उसकी मामी के हाथ में था जो कि वह जोर-जोर से उसे मुठिया रही थी,, शुभम बहुत ही जोश से भरा हुआ था ना जाने कैसे वह अपने आप पर इतना कंट्रोल किया हुआ था नहीं तो अब तक तो उसका मोटा लंड ऊसकी मामी की बुर में होता,,, लेकिन वहां अपने मोटे लंड को उसकी बुर के अंदर बिठाने का प्रयास मैं लगा हुआ था। इसलिए तो वह अपनी मामी से बोला।
क्या सच में औरतों को लंड चूसने में मजा आता है (इतना सुनना था कि उसकी मामी तिरछी नजरों से उसे घूरने लगी,, और वह बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,)
नहीं मैं तो इसलिए पूछ रहा था कि उस औरत ने तो मेरा पूरा लंड अपने मुंह में लेकर किसी लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी और मुझे तो अजीब लग रहा था लेकिन वह खुद बोली थी उसे बहुत मजा आ रहा है,,, तो क्या सच में औरतों को लंड चूसने मे मजा आता है।,,
( शुभम अपनी मामी से पूछ रहा था लेकिन वह तो सुभम की ऐसी बात सुनकर एकदम से सन्ल हो गई थी आखिरकार वह क्या जवाब देती क्योंकि इस बारे में उसे बिल्कुल भी कोई अनुभव नहीं था लेकिन उसके मुंह से लंड चूसने वाली बात सुनकर उसकी भी उत्सुकता बढ़ गई थी लेकिन बोल कुछ नहीं रही थी,,,शुभम को इन मामलों में औरतों के मन में क्या चल रहा है इस बारे में बखूबी अनुभव हो गया था इसलिए वह अपनी मामी के चेहरे के बदलते हाव भाव को देखकर इतना तो समझ ही गया था कि इस बारे में जानने के लिए वह भी बहुत उत्सुक हैं। लेकिन फिर भी वह अपनी मामी के मुंह से सुनना चाहता था इसलिए दुबारा बोला,,,
बोलो ना मामी क्या यह सच है?
( शुभम की बात सुनकर ही उसकी बुर कि दोनों पंखुड़ियां फुदकने लगी थी।,, और रह-रहकर उसमें से मलाई नुमा नमकीन रस बाहर निकल रहा था। जतारा की बातें शुभम उसके साथ कर रहा था इस तरह की बातें वह आज तक अपने पति के मुंह से नहीं सुन पाई थी और ना ही इस तरह अश्लील बातें वह खुद ही की थी लेकिन शुभम के साथ उसे भी इस तरह की अश्लील बातें करने में मजा आ रहा था,,,, इसलिए वह भी कसके शुभम के लंड को अपनी मुट्ठी में पकड़ते हुए बोली,,,,
तू तो मुझसे ऐसे पूछ रहा है कि जैसे उस औरत की तरह मैंने भी ऐसा काम कि हूं,,,,
अरे तुम भी तो एक औरत हो तो जिंदगी में कभी ना कभी तो उस औरत की तरह काम की होगी,,,
धत्त,,,,, मैंने आज तक ऐसा काम कभी नहीं की और ना कभी इस बारे में सोची भी होंगी कितना गंदा लगता है सोच कर ही।
पर मामी जब ये गंदा काम है तो वह औरत क्यों ऐसा कर रही थी,,,
मुझे क्या पता कि वह क्यों कर रही थी तुझे ही पता होगा तेरे साथ ही तो कर रही थी,,,
( शुभम बेहद चालाक हो गया था वह जानता था कि ओरतों को किस तरह से लाइन पर लाया जाता है,,, इसलिए वह बोला,,,।)
मेरे साथ कर रही थी लेकिन क्यों कर रही थी यह तो मुझे नहीं पता ना,,,,
( इतना कहकर शुभम शांत हो गया वह जानता था कि उसकी मां में इस बारे में जानने के लिए बेहद उत्सुक है और वह खुद ही जरूर पूछेगी इसलिए वह आराम से खड़े होकर हल्के हल्के अपनी कमर को हिलाते हुए अपनी मामी के हाथों से मुठ मरवा रहा था। उसे बहुत मजा आ रहा था साथ में उसकी मामी भी मस्त हुए जा रही थी।,, इसलिए तो उसकी हाथों की गति बढ़ती जा रही थी लेकिन वह इस बात से भी बेहद हैरान थी कि काफी समय से वह अपने भांजे के लंड को हिला रही थी लेकिन अभी तक उसमें से पानी नहीं निकला था।
दोनों के बीच कुछ देर तक खामोशी छाई रही कमरे का वातावरण गर्मी के मौसम में और भी ज्यादा तपने लगा था। वैसे कमरे में वातावरण की गर्मी से कहीं ज्यादा उसकी मामीे की खूबसूरत बदन की गर्मी अपना असर दिखा रही थी।,,, जब शुभम कुछ नहीं बोला तो वह खुद ही चुप्पी तोड़ते हुए बोली,,,
क्या शुभम जो तू कह रहा है क्या वह बिल्कुल सच है,,,।
कसम से मामी (अपने गले पर हाथ रखते हुए ),,५मैं जो कह रहा हूं बिल्कुल सच कह रहा हूं,,,,
तो क्या सच में वह औरत तेरे लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी।
( उसकी मामी भी गंदे शब्दों का प्रयोग रह-रहकर एकदम खुलकर कर रही थी,।)
हां मामी मुझे तो अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि वह औरत इस तरह की हरकत कर सकती हैं,,,
उसे कैसा लग रहा था?
जिस तरह से वह आवाज निकाल रही थी उस हिसाब से तो उसे अच्छा ही लग रहा था और वह तो बोल भी रही थी कि उसे लंड चूसने में बहुत मजा आता है। और जब मैं उसे बोला कि यह तो गंदा काम है ऐसा क्यों करती हो,,, तो वह क्या बोली तुम्हें मालूम है,,,
( शुभम की बातें सुनकर उसकी मां की उत्तेजना से भर चुकी थी इसलिए उसके मुंह से शब्द नहीं फूट रहे थे वह केवल सिर हिला कर शुभम कोे वह क्या बोली यह इशारे में बताई,,,, अपनी मामी की उत्सुकता देखकर शुभम बोला,,।)
वह बोली की ( हल्के हल्के अपनी कमर हिलाते हुए)
तू अभी बुध्दु है तुझे नहीं पता कि लंड चूसने में औरतों को कितना मजा आता है। और सच तो यही है कि चुदवाने से पहले अगर औरत लंड चूस कर खड़ा कर दे दो आदमी उसे और मस्ती के साथ चोदता है जिससे उसका मजा दोगुना हो जाता है,,,।
( शुभम की रसीली बातें सुनकर वह किसी कल्पना में जैसे खोने लगी हो,, इस तरह से उसके हाव-भाव बदल रहे थे। वह बोल कुछ नहीं रही थी बस केवल जोर-जोर से शुभम के लंड को हिलाए जा रही थी।,,, शुभम अपनी मामी को ख्यालों में खोया हुआ देखकर फिर से बोला,,,।
क्या सच में औरतों को लंड चूसने में मजा आता है (इतना सुनना था कि उसकी मामी तिरछी नजरों से उसे घूरने लगी,, और वह बात को आगे बढ़ाते हुए बोला,,,)
नहीं मैं तो इसलिए पूछ रहा था कि उस औरत ने तो मेरा पूरा लंड अपने मुंह में लेकर किसी लॉलीपॉप की तरह चूस रही थी और मुझे तो अजीब लग रहा था लेकिन वह खुद बोली थी उसे बहुत मजा आ रहा है,,, तो क्या सच में औरतों को लंड चूसने मे मजा आता है।,,
( शुभम अपनी मामी से पूछ रहा था लेकिन वह तो सुभम की ऐसी बात सुनकर एकदम से सन्ल हो गई थी आखिरकार वह क्या जवाब देती क्योंकि इस बारे में उसे बिल्कुल भी कोई अनुभव नहीं था लेकिन उसके मुंह से लंड चूसने वाली बात सुनकर उसकी भी उत्सुकता बढ़ गई थी लेकिन बोल कुछ नहीं रही थी,,,शुभम को इन मामलों में औरतों के मन में क्या चल रहा है इस बारे में बखूबी अनुभव हो गया था इसलिए वह अपनी मामी के चेहरे के बदलते हाव भाव को देखकर इतना तो समझ ही गया था कि इस बारे में जानने के लिए वह भी बहुत उत्सुक हैं। लेकिन फिर भी वह अपनी मामी के मुंह से सुनना चाहता था इसलिए दुबारा बोला,,,
बोलो ना मामी क्या यह सच है?
( शुभम की बात सुनकर ही उसकी बुर कि दोनों पंखुड़ियां फुदकने लगी थी।,, और रह-रहकर उसमें से मलाई नुमा नमकीन रस बाहर निकल रहा था। जतारा की बातें शुभम उसके साथ कर रहा था इस तरह की बातें वह आज तक अपने पति के मुंह से नहीं सुन पाई थी और ना ही इस तरह अश्लील बातें वह खुद ही की थी लेकिन शुभम के साथ उसे भी इस तरह की अश्लील बातें करने में मजा आ रहा था,,,, इसलिए वह भी कसके शुभम के लंड को अपनी मुट्ठी में पकड़ते हुए बोली,,,,
तू तो मुझसे ऐसे पूछ रहा है कि जैसे उस औरत की तरह मैंने भी ऐसा काम कि हूं,,,,
अरे तुम भी तो एक औरत हो तो जिंदगी में कभी ना कभी तो उस औरत की तरह काम की होगी,,,
धत्त,,,,, मैंने आज तक ऐसा काम कभी नहीं की और ना कभी इस बारे में सोची भी होंगी कितना गंदा लगता है सोच कर ही।
पर मामी जब ये गंदा काम है तो वह औरत क्यों ऐसा कर रही थी,,,
मुझे क्या पता कि वह क्यों कर रही थी तुझे ही पता होगा तेरे साथ ही तो कर रही थी,,,
( शुभम बेहद चालाक हो गया था वह जानता था कि ओरतों को किस तरह से लाइन पर लाया जाता है,,, इसलिए वह बोला,,,।)
मेरे साथ कर रही थी लेकिन क्यों कर रही थी यह तो मुझे नहीं पता ना,,,,
( इतना कहकर शुभम शांत हो गया वह जानता था कि उसकी मां में इस बारे में जानने के लिए बेहद उत्सुक है और वह खुद ही जरूर पूछेगी इसलिए वह आराम से खड़े होकर हल्के हल्के अपनी कमर को हिलाते हुए अपनी मामी के हाथों से मुठ मरवा रहा था। उसे बहुत मजा आ रहा था साथ में उसकी मामी भी मस्त हुए जा रही थी।,, इसलिए तो उसकी हाथों की गति बढ़ती जा रही थी लेकिन वह इस बात से भी बेहद हैरान थी कि काफी समय से वह अपने भांजे के लंड को हिला रही थी लेकिन अभी तक उसमें से पानी नहीं निकला था।
दोनों के बीच कुछ देर तक खामोशी छाई रही कमरे का वातावरण गर्मी के मौसम में और भी ज्यादा तपने लगा था। वैसे कमरे में वातावरण की गर्मी से कहीं ज्यादा उसकी मामीे की खूबसूरत बदन की गर्मी अपना असर दिखा रही थी।,,, जब शुभम कुछ नहीं बोला तो वह खुद ही चुप्पी तोड़ते हुए बोली,,,
क्या शुभम जो तू कह रहा है क्या वह बिल्कुल सच है,,,।
कसम से मामी (अपने गले पर हाथ रखते हुए ),,५मैं जो कह रहा हूं बिल्कुल सच कह रहा हूं,,,,
तो क्या सच में वह औरत तेरे लंड को मुंह में लेकर चूस रही थी।
( उसकी मामी भी गंदे शब्दों का प्रयोग रह-रहकर एकदम खुलकर कर रही थी,।)
हां मामी मुझे तो अब भी यकीन नहीं हो रहा है कि वह औरत इस तरह की हरकत कर सकती हैं,,,
उसे कैसा लग रहा था?
जिस तरह से वह आवाज निकाल रही थी उस हिसाब से तो उसे अच्छा ही लग रहा था और वह तो बोल भी रही थी कि उसे लंड चूसने में बहुत मजा आता है। और जब मैं उसे बोला कि यह तो गंदा काम है ऐसा क्यों करती हो,,, तो वह क्या बोली तुम्हें मालूम है,,,
( शुभम की बातें सुनकर उसकी मां की उत्तेजना से भर चुकी थी इसलिए उसके मुंह से शब्द नहीं फूट रहे थे वह केवल सिर हिला कर शुभम कोे वह क्या बोली यह इशारे में बताई,,,, अपनी मामी की उत्सुकता देखकर शुभम बोला,,।)
वह बोली की ( हल्के हल्के अपनी कमर हिलाते हुए)
तू अभी बुध्दु है तुझे नहीं पता कि लंड चूसने में औरतों को कितना मजा आता है। और सच तो यही है कि चुदवाने से पहले अगर औरत लंड चूस कर खड़ा कर दे दो आदमी उसे और मस्ती के साथ चोदता है जिससे उसका मजा दोगुना हो जाता है,,,।
( शुभम की रसीली बातें सुनकर वह किसी कल्पना में जैसे खोने लगी हो,, इस तरह से उसके हाव-भाव बदल रहे थे। वह बोल कुछ नहीं रही थी बस केवल जोर-जोर से शुभम के लंड को हिलाए जा रही थी।,,, शुभम अपनी मामी को ख्यालों में खोया हुआ देखकर फिर से बोला,,,।