desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
सतीश : आई लव यु २ मम्मी.
सानया: ओह्ह वो... आज दिल खुश कर दिया तुमने मेरा...
ये कह के सानिया अपने बेटे के गले से लग गयी...
सतीश ने अपने होंठ अपनी मम्मी के होठो पे रख दिए और उन्हें चूसने लगा...
दोनो मस्ती में एक दूसरे के होठो को चूसने लगे... क़रीब १० मिनट तक एक दूसरे के होठो को चूसने के बाद वो अलग हुये... सानिया अपने बेटे से अलग हो के एक स्कूल गर्ल की तरह शरमाने लगी...
सतीश : आज से जब तक डैड नही आते... तब तक हम एक लवर की तरहा रहेंगे... घुमेंगे... फिरेंगे... प्यार करेंगे... ओर...
सानिया : ओर...
सतीश : और मज़ा.....
सानिया : जी नही... अभी कोई मस्ती नही... अभी हम वो करेंगे...
सतीश : वो क्य....?
सतीश : मतलब चुदाई..... वो.....
सानिया : जी हा... लेकिन....
सतीश : लेकिन क्या...?
सानिया : लेकिन ये की हम जो भी करेंगे मेरे तरीके से करेंगे...
सतीश : हाँ हाँ क्यों नही... ज़रूर.... जैसे मेरी जान कहेगी..... वैसा ही होगा....
ये कह के सतीश अपनी मम्मी के होठो को चूम लेता है....
सानिया : अब चले.....
सतीश : हा... हा... चलो ना... मैं तो कब से तैयार हु....
सानिया : वो तो तुम्हारे खड़े लंड को देख के पता चल रहा है....
फिर. फिर.... सानिया शर्माते हुए अपने बेटे के खड़े लंड को पकड़ के प्यार से कहती है... "कम ऑन."
ये कह के वो अपने बेटे का खड़ा लंड पकड़ के उसे अपने बैडरूम में ले जाती है... और बैडरूम का दरवाज़ा बंद करके कहती है...
सानिया : मैं बाथरूम में तैयार होने जा रही हु. मैं ये चाहती हूँ की तुम अपने पूरे कपडे उतार कर बेड पे चादर ओढ़ के लेट जाओ...
सतीश : ठीक है मम्मी... लेकिन जल्दी आना... अपने दिवाने को ज़्यादा इंतज़ार मत कराना...
सानिया मुस्कुरा के अपने सेक्सी चुत्तड़ मटकाती हुई बाथरूम में चलि जाती है...
सतीश जल्दी से अपने कपडे उतार के अपने माँ बाप के किंगसाइज बेड में चादर के अंदर घुस जाता है...
ओ बेड में अपने डैड की जगह पे लेटा है... और कुछ ही देर में अपनी मम्मी को चोदने वाला है... इस एहसास से उसका लंड मस्ती में उछलने लगता है.....
कुछ देर के बाद सानिया बाथरूम से बाहर आती है... उसने एक वाइट कलर की टीशर्ट पहनी हुई है...
जो उसकी कमर से थोड़ा निचे तक ही है... उसने अपने बाल को पोनीटेल किया हुआ है... चलते वक़्त उसके हिलते हुए स्तन ये बता रहे हैं की उसने ब्रा नहीं पहनी है... शायद पेन्टी भी नही... वैसे देखा जाए तो उसे इस वक़्त ब्रा पेन्टी पहन ने की कोई ज़रूरत ही नहीं है... चुदाई में इन कपड़ों का क्या काम......
सानिया ने एक टुब टेबल पे रख दिया...
सतीश : "वो क्या है मम्मी..?"
सानिया : "ये की जेली" है लूब्रिकेशन के लिए यूज़ की जाती है... शायद हम को इस की ज़रूरत पड़ जाए...
ये कह के सानिया ने अपने कोमल पैर अपनी स्लिपर्स से निकाले और बेड पे अपने बेटे की बगल में चादर के अंदर घुस गयी...
फिर उसने अपने बेटे की आखों में देखा और कहा.
सानिया : क्या तुम सच में ये करना चाहते हो...?
सतीश : मम्मी में ये करने के लिए कब से मरा जा रहा हु... तुम बस हाँ कहो और देखो... मैं तुम्हे इतना चोदूगा की..... हमारा बच्चा तुम्हारी चुत में से मेरा लंड पकडे बाहर निकलेगा..
सानिया ने अपने बेटे के लंड को अपने हाथ में पकड़ के दबाते हुए उसे छेडते हुए कहा.
सानिया : मैं ये कैसे मान लू... अब तक तुम ने मेरे साथ कुछ किया ही नहीं है... करने के बाद कहना कुछ भी... कहीं ऐसा न हो की तुम सिर्फ बोल बचन करते रह जाओ और तुम्हारे लंड की हवा निकल जाए...
सतीश : मम्मी तुम्हे नहीं पता मेरे लंड में कितना दम है... मैं तुम्हे अपने खड़े लंड पे बैठा के पूरी दुनिया की सैर करा सकता हु...
सानिया : चल देखते हैं की तेरे इस लंड में कितना दम है... चल आज ये फैसला हो जाए की तेरे लंड में ज़्यादा दम है या मेरी चुत मे...
ये कह के दोनों हॅसने लगते है...
सानिया : "क्य तुम तैयार हो...?"
सतीश : हा...
सानिया पीठ के बल लेट जाती है... और अपना हाथ अपने बेटे के कंधे पे रख देती है....
सानिया : "चलो मेरी जान मेरे ऊपर आ जाव..."
सतीश फ़ौरन अपनी मम्मी के ऊपर आ जाता है... और सानिया अपने पैरों को फैला लेती है... सतीश मम्मी के पैरों के बीच में खुद को सेट कर लेता है...
सानिया अपनी टी-शर्ट कमर तक उठा लेती है... सतीश का लंड उसे अपनी चुत के ऊपर मेहसुस होने लगता है...
फिर सानिया अपने बेटे को अपने ऊपर खीँच कर कहती है..
सानिया : तुम अपना पूरा वज़न मेरे ऊपर दाल दो...
दोनो के जिस्म एक दूसरे से जुड़ गये...
सानिया की हसीन नरम नाज़ुक चूचि सतीश के सीने पे दब गयी...
सानया: ओह्ह वो... आज दिल खुश कर दिया तुमने मेरा...
ये कह के सानिया अपने बेटे के गले से लग गयी...
सतीश ने अपने होंठ अपनी मम्मी के होठो पे रख दिए और उन्हें चूसने लगा...
दोनो मस्ती में एक दूसरे के होठो को चूसने लगे... क़रीब १० मिनट तक एक दूसरे के होठो को चूसने के बाद वो अलग हुये... सानिया अपने बेटे से अलग हो के एक स्कूल गर्ल की तरह शरमाने लगी...
सतीश : आज से जब तक डैड नही आते... तब तक हम एक लवर की तरहा रहेंगे... घुमेंगे... फिरेंगे... प्यार करेंगे... ओर...
सानिया : ओर...
सतीश : और मज़ा.....
सानिया : जी नही... अभी कोई मस्ती नही... अभी हम वो करेंगे...
सतीश : वो क्य....?
सतीश : मतलब चुदाई..... वो.....
सानिया : जी हा... लेकिन....
सतीश : लेकिन क्या...?
सानिया : लेकिन ये की हम जो भी करेंगे मेरे तरीके से करेंगे...
सतीश : हाँ हाँ क्यों नही... ज़रूर.... जैसे मेरी जान कहेगी..... वैसा ही होगा....
ये कह के सतीश अपनी मम्मी के होठो को चूम लेता है....
सानिया : अब चले.....
सतीश : हा... हा... चलो ना... मैं तो कब से तैयार हु....
सानिया : वो तो तुम्हारे खड़े लंड को देख के पता चल रहा है....
फिर. फिर.... सानिया शर्माते हुए अपने बेटे के खड़े लंड को पकड़ के प्यार से कहती है... "कम ऑन."
ये कह के वो अपने बेटे का खड़ा लंड पकड़ के उसे अपने बैडरूम में ले जाती है... और बैडरूम का दरवाज़ा बंद करके कहती है...
सानिया : मैं बाथरूम में तैयार होने जा रही हु. मैं ये चाहती हूँ की तुम अपने पूरे कपडे उतार कर बेड पे चादर ओढ़ के लेट जाओ...
सतीश : ठीक है मम्मी... लेकिन जल्दी आना... अपने दिवाने को ज़्यादा इंतज़ार मत कराना...
सानिया मुस्कुरा के अपने सेक्सी चुत्तड़ मटकाती हुई बाथरूम में चलि जाती है...
सतीश जल्दी से अपने कपडे उतार के अपने माँ बाप के किंगसाइज बेड में चादर के अंदर घुस जाता है...
ओ बेड में अपने डैड की जगह पे लेटा है... और कुछ ही देर में अपनी मम्मी को चोदने वाला है... इस एहसास से उसका लंड मस्ती में उछलने लगता है.....
कुछ देर के बाद सानिया बाथरूम से बाहर आती है... उसने एक वाइट कलर की टीशर्ट पहनी हुई है...
जो उसकी कमर से थोड़ा निचे तक ही है... उसने अपने बाल को पोनीटेल किया हुआ है... चलते वक़्त उसके हिलते हुए स्तन ये बता रहे हैं की उसने ब्रा नहीं पहनी है... शायद पेन्टी भी नही... वैसे देखा जाए तो उसे इस वक़्त ब्रा पेन्टी पहन ने की कोई ज़रूरत ही नहीं है... चुदाई में इन कपड़ों का क्या काम......
सानिया ने एक टुब टेबल पे रख दिया...
सतीश : "वो क्या है मम्मी..?"
सानिया : "ये की जेली" है लूब्रिकेशन के लिए यूज़ की जाती है... शायद हम को इस की ज़रूरत पड़ जाए...
ये कह के सानिया ने अपने कोमल पैर अपनी स्लिपर्स से निकाले और बेड पे अपने बेटे की बगल में चादर के अंदर घुस गयी...
फिर उसने अपने बेटे की आखों में देखा और कहा.
सानिया : क्या तुम सच में ये करना चाहते हो...?
सतीश : मम्मी में ये करने के लिए कब से मरा जा रहा हु... तुम बस हाँ कहो और देखो... मैं तुम्हे इतना चोदूगा की..... हमारा बच्चा तुम्हारी चुत में से मेरा लंड पकडे बाहर निकलेगा..
सानिया ने अपने बेटे के लंड को अपने हाथ में पकड़ के दबाते हुए उसे छेडते हुए कहा.
सानिया : मैं ये कैसे मान लू... अब तक तुम ने मेरे साथ कुछ किया ही नहीं है... करने के बाद कहना कुछ भी... कहीं ऐसा न हो की तुम सिर्फ बोल बचन करते रह जाओ और तुम्हारे लंड की हवा निकल जाए...
सतीश : मम्मी तुम्हे नहीं पता मेरे लंड में कितना दम है... मैं तुम्हे अपने खड़े लंड पे बैठा के पूरी दुनिया की सैर करा सकता हु...
सानिया : चल देखते हैं की तेरे इस लंड में कितना दम है... चल आज ये फैसला हो जाए की तेरे लंड में ज़्यादा दम है या मेरी चुत मे...
ये कह के दोनों हॅसने लगते है...
सानिया : "क्य तुम तैयार हो...?"
सतीश : हा...
सानिया पीठ के बल लेट जाती है... और अपना हाथ अपने बेटे के कंधे पे रख देती है....
सानिया : "चलो मेरी जान मेरे ऊपर आ जाव..."
सतीश फ़ौरन अपनी मम्मी के ऊपर आ जाता है... और सानिया अपने पैरों को फैला लेती है... सतीश मम्मी के पैरों के बीच में खुद को सेट कर लेता है...
सानिया अपनी टी-शर्ट कमर तक उठा लेती है... सतीश का लंड उसे अपनी चुत के ऊपर मेहसुस होने लगता है...
फिर सानिया अपने बेटे को अपने ऊपर खीँच कर कहती है..
सानिया : तुम अपना पूरा वज़न मेरे ऊपर दाल दो...
दोनो के जिस्म एक दूसरे से जुड़ गये...
सानिया की हसीन नरम नाज़ुक चूचि सतीश के सीने पे दब गयी...