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- Dec 5, 2013
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अब राज नेहा को दीवार से सटाए हुए ही उसके गले पर चूमने लगता है। ये नेहा के लिए बिल्कुल नया था। राज बड़ा होकर भी जवानों वाली हरकतें कर रहा था। उसकी मुख्य वजह ये भी थी की वो पोर्न भी देखता था। शायद वहीं से ये सब सीखा हो। अब राज नेहा को चूमते हुए उसकी चूचियों पर आ जाता है और एक-एक करके निपल मुँह में लेकर चूसने लगता है।
नेहा- "अहह.. तुम्म...'
राज- में क्या मेरी जान?" बोलकर वो नेहा की कांख के पास पहुँचता है, और उसका एक हाथ उठता है, तो वहाँ बाल नहीं थे। नेहा साफ किए हुए थी। नेहा सोचती हैं अब ये क्या करेगा? तभी राज नेहा की कांख चाटने लगता है।
कांख पर चाटा
नेहा- "हे.. ये क्या कर रहे हो?" नेहा को अजीब लग रहा था क्योंकी उसके पति ने कभी उसे नहीं था।
राज- मेरी जान ये मेरा प्यार करने का तरीका है।
नेहा- आह्ह... नीचे उतारो मुझे।
राज- "थोड़ा रुक जाओ... औत राज दूसरा हाथ उठाकर भी कांख चाटने लगता है।
नेहा को अपने कांख पर राज की जुबान एक अलग ही अहसास दे रही थी। राज का ये पागलपन पता नहीं क्यों उसे पागल बना रहा था। ओड़ी देर बाद राज नेहा को उठाए हुए उधर बिछाए हुए कम्बल के पास जाता है। उसे वहीं लिटा देता है, और खुद उसके ऊपर आ जाता है। नेहा एकटक राज को देखे जा रही थी। राज अब थोड़ा नीचे जाकर नेहा की चूत देखने लगता है। नेहा की गुलाबी चूत जिसे देखकर लग रहा था की उसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ है।
राज- आहह... क्या चूत है तेरी मेरी जान."
नेहा को तभी होश आता है की उसकी चूत राज के सामने हैं। वो जल्दी से अपने हाथ नहीं ले जाती हैं। लेकिन तभी राज नेहा के गोरे हाओं को पकड़ लेता है। अब वो नेहा का एक हाथ अपने हाथ में लेकर मजबूती से पकड़ लेता है, और दूसरे हाथ को पकड़कर अपने मैंह की तरफ ले जाता है। और उसकी गोरी उंगलियों को अपने मेंह में डालकर चाटने लगता है। नेहा को अजीब लगा रहा था की ये कैसा आदमी है की सब कुछ चाट रहा है।
राज एक-एक करके नेहा की गोरी उंगलियां चाट रहा था। नेहा बस अपनी आँखें बंद करके सब देख रही औ।
अब राज वो हाथ छोड़कर दूसरे हाथ की उंगलियां भी चाटने लगता है। राज नेहा की उंगलियां ऐसा चाट रहा था जैसे उनपर मधु लगा हो।
भोड़ी देर चाटने के बाद वो अब उसके दोनों हाओं को पकड़ हए ही नेहा की चूत के पास जाता है। नेहा वा देखकर, नेहा को पता आ की राज अब क्या करेगा। वो कुछ नहीं कर सकती थी। वो जानती थी की उसे अब राज को रोकना असम्भव है। राज अब नेहा को गुलाबी चूत के पास मैंह लेजाकर एक बार संघता है।
राज- आह्ह... क्या खुश्व है मेरी जान तेरी चूत की।
नेहा ये सुनकर शर्मा जाती है।
अब राज चूत फर हल्के से अपनी जुबान रख देता है।
नेहा- "अहह..." करती है
नेहा के जिम में राज की जुबान अपनी चत पर लगते ही जैसे 440 वोल्ट का झटका लगता है। अब राज अपनी पूरी जीभ लेहा की चूत पर रख देता है और वहाँ धीरे-धीरे फेरने लगता है।
नेहा- "अहह... अहह... उम्म्म्म
... आह्ह..." की सिसकारियां निकलने लगती हैं।
राज ने नेहा के दोनों पैर पकड़े हुए थे, और उसकी चूत चाटने में लगा हुआ था। नेहा को गुलाबी चूत के होंठों को वो अपने गंदे मुँह से चाट रहा था। इस घर को जवान बहू की, एक काला हा जो की ड्राइवर है, चूत चाट रहा था। ओड़ी देर में राज पागलों की तरह चूत चाटने लगता है।
नेहा- आह्ह... तुम्म रुको अहह... उम्म्म्म ... अहह... और राज का ये पागलपन जल्द ही नेहा को झड़ने पर मुझबूर कर देता है। नेहा बुरी तरह से झड़ी थी।
राज नेहा की चूत का पानी भी काफी हद तक चाट जाता है। नेहा जिसे देखकर शर्म से लाल हो गई थी। अब राज खड़ा हो जाता है, और अपना काला मोटा लण्ड हाथ में लेकर हिलाने लगता है। नेहा शर्मा जाती है। वो राज से नजर नहीं मिला पा रही थी, क्योंकी राज के मैंह पर झड़ी थी। और राज ने उसकी चूत का पानी
भी चाटा था।
राज- "अब मेरी बारी मेरी जान..
नेहा को कुछ समझ में नहीं आता की कीम कैसी बारी की बात कर रहा है:
राज- चला अब मेरा लण्ड चूस।
नेहा को लण्ड चूसने की बात सुनकर घिन आती हैं। राज का इतना गंदा लण्ड देखकर पहले से ही उसे घिन
आ रही थी। अब राज उसे उस गंदे लण्ड को मुँह में लेकर चसने को बोल रहा था। नेहा राज से बात करने की हालत में जहाँ थी। नेहा अब जा में गर्दन हिलाती है। जिसे देखकर राज को गुस्सा आता है।
राज मन में- "साली ने खुद मजे ले लए। चूत का पानी निकाल लिया, अब लण्ड चसने से मना कर रही हैं..."
राज- क्या बुलबुल तूने तो मजे लेलीए अब मेरी बार आई तो माना कर रही हैं।
नेहा के राज की ये बात सुनकर ही शर्मा जाती है। राज जानता था की नेहा को शर्म नहीं गई है।
राज मन में- "साली आज नहीं तो कल, तुझे मेरा लौड़ा चूसना ही होगा.."
नेहा की नजर राज के लण्ड पर जा रही थी। कैसे कीम काला बड़ा लण्ड हिलाते हए, उसकी चमड़ी ऊपर-नीचे हो रही थी, और उसके टेनिस बाल्स जैसे गोटियां हिल रही थी। लण्ड के आस-पास सफेद काली झांटें भरी पड़ी थी। अब राज नीचे बैठ जाता है, और नेहा के पैर दोनों हाथों से पकड़कर नेहा की तरफ देखने लगता है। नेहा अपनी गर्दन हिलाकर ऐसा ना करने को बोल रही थी। अब राज नेहा की गुलाबी चूत के मुहाने पर अपना काला गंदा लण्ड ख देता है। राज का लण्ड चूत पर लगते ही नेहा की चुत कॉनने लगती है।
नेहा- "अहह.. तुम्म...'
राज- में क्या मेरी जान?" बोलकर वो नेहा की कांख के पास पहुँचता है, और उसका एक हाथ उठता है, तो वहाँ बाल नहीं थे। नेहा साफ किए हुए थी। नेहा सोचती हैं अब ये क्या करेगा? तभी राज नेहा की कांख चाटने लगता है।
कांख पर चाटा
नेहा- "हे.. ये क्या कर रहे हो?" नेहा को अजीब लग रहा था क्योंकी उसके पति ने कभी उसे नहीं था।
राज- मेरी जान ये मेरा प्यार करने का तरीका है।
नेहा- आह्ह... नीचे उतारो मुझे।
राज- "थोड़ा रुक जाओ... औत राज दूसरा हाथ उठाकर भी कांख चाटने लगता है।
नेहा को अपने कांख पर राज की जुबान एक अलग ही अहसास दे रही थी। राज का ये पागलपन पता नहीं क्यों उसे पागल बना रहा था। ओड़ी देर बाद राज नेहा को उठाए हुए उधर बिछाए हुए कम्बल के पास जाता है। उसे वहीं लिटा देता है, और खुद उसके ऊपर आ जाता है। नेहा एकटक राज को देखे जा रही थी। राज अब थोड़ा नीचे जाकर नेहा की चूत देखने लगता है। नेहा की गुलाबी चूत जिसे देखकर लग रहा था की उसका ज्यादा इस्तेमाल नहीं हुआ है।
राज- आहह... क्या चूत है तेरी मेरी जान."
नेहा को तभी होश आता है की उसकी चूत राज के सामने हैं। वो जल्दी से अपने हाथ नहीं ले जाती हैं। लेकिन तभी राज नेहा के गोरे हाओं को पकड़ लेता है। अब वो नेहा का एक हाथ अपने हाथ में लेकर मजबूती से पकड़ लेता है, और दूसरे हाथ को पकड़कर अपने मैंह की तरफ ले जाता है। और उसकी गोरी उंगलियों को अपने मेंह में डालकर चाटने लगता है। नेहा को अजीब लगा रहा था की ये कैसा आदमी है की सब कुछ चाट रहा है।
राज एक-एक करके नेहा की गोरी उंगलियां चाट रहा था। नेहा बस अपनी आँखें बंद करके सब देख रही औ।
अब राज वो हाथ छोड़कर दूसरे हाथ की उंगलियां भी चाटने लगता है। राज नेहा की उंगलियां ऐसा चाट रहा था जैसे उनपर मधु लगा हो।
भोड़ी देर चाटने के बाद वो अब उसके दोनों हाओं को पकड़ हए ही नेहा की चूत के पास जाता है। नेहा वा देखकर, नेहा को पता आ की राज अब क्या करेगा। वो कुछ नहीं कर सकती थी। वो जानती थी की उसे अब राज को रोकना असम्भव है। राज अब नेहा को गुलाबी चूत के पास मैंह लेजाकर एक बार संघता है।
राज- आह्ह... क्या खुश्व है मेरी जान तेरी चूत की।
नेहा ये सुनकर शर्मा जाती है।
अब राज चूत फर हल्के से अपनी जुबान रख देता है।
नेहा- "अहह..." करती है
नेहा के जिम में राज की जुबान अपनी चत पर लगते ही जैसे 440 वोल्ट का झटका लगता है। अब राज अपनी पूरी जीभ लेहा की चूत पर रख देता है और वहाँ धीरे-धीरे फेरने लगता है।
नेहा- "अहह... अहह... उम्म्म्म
... आह्ह..." की सिसकारियां निकलने लगती हैं।
राज ने नेहा के दोनों पैर पकड़े हुए थे, और उसकी चूत चाटने में लगा हुआ था। नेहा को गुलाबी चूत के होंठों को वो अपने गंदे मुँह से चाट रहा था। इस घर को जवान बहू की, एक काला हा जो की ड्राइवर है, चूत चाट रहा था। ओड़ी देर में राज पागलों की तरह चूत चाटने लगता है।
नेहा- आह्ह... तुम्म रुको अहह... उम्म्म्म ... अहह... और राज का ये पागलपन जल्द ही नेहा को झड़ने पर मुझबूर कर देता है। नेहा बुरी तरह से झड़ी थी।
राज नेहा की चूत का पानी भी काफी हद तक चाट जाता है। नेहा जिसे देखकर शर्म से लाल हो गई थी। अब राज खड़ा हो जाता है, और अपना काला मोटा लण्ड हाथ में लेकर हिलाने लगता है। नेहा शर्मा जाती है। वो राज से नजर नहीं मिला पा रही थी, क्योंकी राज के मैंह पर झड़ी थी। और राज ने उसकी चूत का पानी
भी चाटा था।
राज- "अब मेरी बारी मेरी जान..
नेहा को कुछ समझ में नहीं आता की कीम कैसी बारी की बात कर रहा है:
राज- चला अब मेरा लण्ड चूस।
नेहा को लण्ड चूसने की बात सुनकर घिन आती हैं। राज का इतना गंदा लण्ड देखकर पहले से ही उसे घिन
आ रही थी। अब राज उसे उस गंदे लण्ड को मुँह में लेकर चसने को बोल रहा था। नेहा राज से बात करने की हालत में जहाँ थी। नेहा अब जा में गर्दन हिलाती है। जिसे देखकर राज को गुस्सा आता है।
राज मन में- "साली ने खुद मजे ले लए। चूत का पानी निकाल लिया, अब लण्ड चसने से मना कर रही हैं..."
राज- क्या बुलबुल तूने तो मजे लेलीए अब मेरी बार आई तो माना कर रही हैं।
नेहा के राज की ये बात सुनकर ही शर्मा जाती है। राज जानता था की नेहा को शर्म नहीं गई है।
राज मन में- "साली आज नहीं तो कल, तुझे मेरा लौड़ा चूसना ही होगा.."
नेहा की नजर राज के लण्ड पर जा रही थी। कैसे कीम काला बड़ा लण्ड हिलाते हए, उसकी चमड़ी ऊपर-नीचे हो रही थी, और उसके टेनिस बाल्स जैसे गोटियां हिल रही थी। लण्ड के आस-पास सफेद काली झांटें भरी पड़ी थी। अब राज नीचे बैठ जाता है, और नेहा के पैर दोनों हाथों से पकड़कर नेहा की तरफ देखने लगता है। नेहा अपनी गर्दन हिलाकर ऐसा ना करने को बोल रही थी। अब राज नेहा की गुलाबी चूत के मुहाने पर अपना काला गंदा लण्ड ख देता है। राज का लण्ड चूत पर लगते ही नेहा की चुत कॉनने लगती है।