hotaks444
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शालु; हाय दैया ये तू क्या कह रहा है बदमाश। मै नहीं बैठने वाली तेरी गोद में। तू खुद खा ले ।
देवा;पालथी मार के बैठ जाता है पर खाने को हाथ भी नहीं लगता।
शालु;जानती थी ये बहुत ज़िद्दी है पर दिल तो उसका भी कह रहा था देवा की गोद में बैठने को वो मुस्कुराते हुए प्लेट उठाके देवा के गोद में जाके बैठ जाती है और देवा दोनों हाथों से शालु का पेट पकड़ लेता है।
शालु;मेरी भी एक शर्त है मै तभी तुझे खाना खिलाऊँगी अगर तू ये वादा करे की तू कोई बदमाशी नहीं करेंगा।
देवा'; ठीक है वादा।
शालु;देवा को खाना खिलाने लगती है।
कुछ ही देर बाद देवा शालु के पेट पे हाथ फेरने लगता है। नरम नरम सफेद पेट पे शालु को गुदगुदी होने लगती है।
वो कसमसाने लगती है । आहह तूने अपना वादा तोडा अब मै तुझे नहीं खिलाऊँगी।
देवा; काकी वादा होता ही है तोड़ने के लिए। खिलाओ अब नहीं करुँगा।
शालु;फिर से देवा को खिलाने लगती है। नरम मोटी मोटी शालु की कमर देवा के लंड पे टीकी हुई थी और नीचे से चुभता हुआ देवा का लंड शालु को अंदर ही अंदर मन्त्र मुग्ध करने लगता है। वो जानती थी की उसे क्या चूभ रहा है पर ये एहसास उसे बहुत दिनों बाद मिल रहा था।
देवा; काकी रोज़ ऐसे ही खिला दिया करो ना।
शालु; धत्त बेशरम।
देवा; जानता था एक बार वो शालु का भरोसा तोड़ चूका है अब अगर जल्द बाज़ी करेंगे तो ये माल भी हाथ से निकल जायेंगा और नीलम भी।
वो खाना खाके अपने खेतों में चला जाता है।
रात में वो पदमा के घर की तरफ जाता है पर उसे घर में पदमा नहीं मिलती। उसे लगता है की शायद वो हवेली गए होगी। वो लंड को हाथ से मसलता हुआ घर चला आता है।
जैसे ही वो घर के अंदर दाखिल होता है उसे आँगन में पदमा बैठी नज़र आती है।
देवा;पालथी मार के बैठ जाता है पर खाने को हाथ भी नहीं लगता।
शालु;जानती थी ये बहुत ज़िद्दी है पर दिल तो उसका भी कह रहा था देवा की गोद में बैठने को वो मुस्कुराते हुए प्लेट उठाके देवा के गोद में जाके बैठ जाती है और देवा दोनों हाथों से शालु का पेट पकड़ लेता है।
शालु;मेरी भी एक शर्त है मै तभी तुझे खाना खिलाऊँगी अगर तू ये वादा करे की तू कोई बदमाशी नहीं करेंगा।
देवा'; ठीक है वादा।
शालु;देवा को खाना खिलाने लगती है।
कुछ ही देर बाद देवा शालु के पेट पे हाथ फेरने लगता है। नरम नरम सफेद पेट पे शालु को गुदगुदी होने लगती है।
वो कसमसाने लगती है । आहह तूने अपना वादा तोडा अब मै तुझे नहीं खिलाऊँगी।
देवा; काकी वादा होता ही है तोड़ने के लिए। खिलाओ अब नहीं करुँगा।
शालु;फिर से देवा को खिलाने लगती है। नरम मोटी मोटी शालु की कमर देवा के लंड पे टीकी हुई थी और नीचे से चुभता हुआ देवा का लंड शालु को अंदर ही अंदर मन्त्र मुग्ध करने लगता है। वो जानती थी की उसे क्या चूभ रहा है पर ये एहसास उसे बहुत दिनों बाद मिल रहा था।
देवा; काकी रोज़ ऐसे ही खिला दिया करो ना।
शालु; धत्त बेशरम।
देवा; जानता था एक बार वो शालु का भरोसा तोड़ चूका है अब अगर जल्द बाज़ी करेंगे तो ये माल भी हाथ से निकल जायेंगा और नीलम भी।
वो खाना खाके अपने खेतों में चला जाता है।
रात में वो पदमा के घर की तरफ जाता है पर उसे घर में पदमा नहीं मिलती। उसे लगता है की शायद वो हवेली गए होगी। वो लंड को हाथ से मसलता हुआ घर चला आता है।
जैसे ही वो घर के अंदर दाखिल होता है उसे आँगन में पदमा बैठी नज़र आती है।