Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी - Page 4 - SexBaba
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Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी

[size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large]मैं रागिनी की मदद से उसको पहले बिगाड़ कर देखता हूँ। बाद में जरुरत हुई तो तुम्हारी मदद लुँगा।" फ़िर मेरे दिल के भीतर से मेरे कमीनेपन की आवाज आई-"एक बार इस लौन्डिया को इसके बाप के सामने चोद ले बेटा, जीवन भर के लिए यादगार रहेगा यह अनुभव।" अब तक के अपने रंडीबाजी के शौक की वजह से मैंने कई बार एक साथ बहनों का मजा लिया था, या माँ-बेटी को एक साथ भोगा था। पर मैंने कभी किसी लड़की को उसके किसी मर्द रिश्तेदार के सामने नहीं चोदा था। दो-तीन दिन बाद एक शाम मैं जमील के साथ बैठ बीयर पीते हुए गप-शप कर रहा था। सानिया किचेन में थी और हमदोनों के लिए खाना पका रही थी। जमील कह रहा था कि करीब दस साल बाद ऐसा हुआ है कि वो बिना बीवी एक महिने रहेगा। मैंने मौका सही देख जमील से कह दिया-"क्या यार, अब भाभीजान यहाँ नहीं हैं तो थोड़ा मजा कर ले हुस्न के बाजार का, फ़िर तो घर का खाना ही मिलेगा।" जमील सब समझ कर बोला-"कहाँ से यार, अब इस उमर में ये सब ठीक नहीं लगता, बेटी भी अब जवान हो गयी है।" मैंने कहा-"क्यों मेरी उमर भी तो उतनी ही होगी जितनी तेरी। और मैं तो यार अब २५ साल से कम उमर की लौन्डिया ही चोदता हूँ। मर्द की उमर जैसे-जैसे बढ़ती है, उसे और ज्यादा जवान लड़की भोगनी चाहिए-मेरा तो यही मानना है। हर महिने कोशिश होती है की एक नया माल मिले। दो दलाल के टच में रहता हूँ, कोई मेरे टेस्ट की लड़की आती है तो मेरे से वो कौन्टैक्ट करते हैं। दो-चार बार तो सानिया से ५-६ साल छोटी लड़कियों को भी चोदा हूँ। मुझे तो कोई परेशानी नहीं होती। तु साले डरता है, इसीलिए ऐसा कहता है।" मैंने जान-बूझ कर सानिया का नाम लिया था। जमील थोड़ा हिचक के साथ बोला-"अब ये सब अच्छा नहीं लगेगा कि मैं एक जवान लड़की का बाप हो कर रन्डी खोजूँ। लोग क्या कहेंगे?" मुझे लगा कि ये जमील अब बोर्डर लाईन पर है, हल्के धक्के से मेरे जाल में आ जायेगा। ये सब देख मैं हल्की आवाज में बोला-"तु क्यों खोजेगा, तेरा यह दोस्त किस काम आयेगा। अगर बोल तो आज ही सेट कर दूँ, एक दम टंच माल आया है बाजार में करीब महिना भर पुराना है। दिन में दो घंटे मेरे घर चले जाना, किसी को पता नहीं चलेगा।" अब जमील भी इच्छुक हुआ-"तुम जानते हो इस लड़की को?" मैं मुस्कुराया-"हाँ एक बार मेरे साथ सो चुकी है, पर लड़की अभी भी टंच है। उमर होगी सानिया के बराबर या थोड़ा उन्नीस हीं। रंग सानिया से हल्का कम है पर बदन गजब का है-खुब मस्त, बल्कि कहो जबर्दस्त। साली की झाँट पहली बार मैंने ही साफ़ की थी। कहो तो सेट कर दूँ तेरे लिए कल दोपहर के लिए?" जमील फ़ुसफ़ुसाया, "किसी को पता तो नहीं चलेगा? कहीं सानिया ये सब जान गयी तो?" मैं बोला-"कैसे पता चलेगा किसीको? और सानिया को तु बताएगा क्या कि लड़की चोदने जा रहे हो। अबे अब शराफ़त छोड़, और मौका का फ़ायदा उठा, वर्ना एक मस्त लड़की हाथ से निकल जायेगी और जब तक तु हाँ कहेगा बाजार उसको ठोक-पीट कर लड़की से रंडी बना देगा। एक बार चोद कर देख मजा आ जायेगा।"[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
 
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[size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large][size=large]. मैंने आगे कहा-"सच कह रहा हूँ, कई बार जब लड़की चोदता हूँ, मैं सानिया के बारे में सोचता हूँ। इसके जोड़ की कोई लड़की मिली नहीं अभी तक, और इसका कुछ पता नहीं है। अगर पता चल जाए कुछ तो ट्राई करूँ। तुम बताओ न, कोई लड़का है, जिससे सानिया की दोस्ती है?" जमील बोला-"पता नहीं यार, कुछ पहले एक लड़का था, पर खुब डाँट खाने के बाद शायद दोनों अलग हो गये।" मैंने कहा-"बहुत हसीन है यार जमील ये लड़की, है कि नहीं?" जमील पर शराब का हल्का शुरुर था, बोला-"हाँ बाबू, सो तो है पर मेरी बेटी है यार। मैं कैसे कहूँ कि वो हसीन है?" मैं अभी भी होश में था, और जमील के दिल की बात का अन्दाजा लगा रहा था। मैंने कहा-"अबे तो तेरी बेटी है तो तु चुप-चाप रह, और मुझे ट्राई करने दे।" जमील बोला-"बच्ची है यार, छोड़ इसको, और बहुत माल है दुनिया में।" मैं अब थोड़ा ऐक्टींग करता हुआ बोला-"क्या बच्ची कह रहे हो यार। एक दम तैयार माल है। अभी आयी थी तो देखा नहीं कैसी मस्त चुची निकली है साली की। और पीछे से क्या लग रही थी उसकी चुतड़, गोल-गोल लचकदार, देखा नहीं क्या?" जमील अब भी उसके बारे में खुलने को नहीं तैयार था, और मैं बार-बार चांस ले रहा था कि वो कुछ सेक्सी बात अपनी बेटी के बारे में बोले। मैंने फ़िर कहा-"जमील मेरे दोस्त, आज एक ट्राई लेता हूँ हल्का सा इसके साथ। तेरी वो बेटी है, सो तु अभी रहने दे, पर मुझे क्यों रोक रहा है?" जमील पूछा-"क्या करेगा तु?" मैंने कहा-"बस थोड़ा लाईन मारुँगा, अगर लाईन क्लीयर का सिग्नल मिला तो आगे बढ़ूँगा वर्ना वापस जहाँ से चले थे, और क्या।" जमील अभी भी अपनी बेटी को अनछुई समझ मुझसे बचाने की कोशिश कर रहा था, कह रहा था कि वो ऐसी लड़की नहीं है, ऐसे काम के लिए नहीं मानेगी, वगैरह...। उसे कहाँ पता था की उसकी इस बेटी का बैन्ड मैं पहले हीं बजा चुका हूँ। मैंने एक शर्त के साथ उसको उकसाया, कहा-"यार अब मान भी जाओ अगर वो ऐसी-वैसी नहीं है जैसा तुम कह रहे हो तो मुझे खुद लाईन नहीं देगी, और अगर वह वैसी लड़की निकली जैसा मेरा सोचना है तो तुम्हें पता चल जायेगा। ऐसा सौलिड माल बी०ए० फ़ाईनल तक पहुँच जाए और चुदे नहीं आजकल के समय में. अनछुआ रहे, मैं नहीं मानता। शर्त लगा आज तु।"शराब के साथ शर्त मैंने जान कर शुरु किया था और जमील मेरे जाल में फ़ंस गया। जमील बोला-"ओके पर अगर तु जीता तो तुझे तो सानिया मिलेगी पर मैं जीता तो?" मैं बोला-"एक अनछुई कली मिलेगी तुझे मेरी तरफ़ से"। जमील की नशे से लाल आँखें अनछुई कली की बात पर चमक उठी थी फ़िर वो इस बार गौर से मुझे देखते हुए बोला-"कहाँ से लायेगा? तु जहाँ से लाता है वहाँ कुँवारी लड़की मिलेगी, मुझे इसमें शक है।" अब मैंने अपने दिल की सबसे गन्दी बात कह दी, "और अगर मैंने अनछुई कली तेरे लिए खोज ली तो तुझे सामने बैठ कर सानिया को मुझसे चुदाते देखना होगा।"[/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size][/size]
 
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