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राजेश कमरे में जाते ही कमरे को बंद कर देता है पर उसे दिव्या कहीं दिखती नहीं, वो दिव्या को आवाज देता है तो दिव्या वॉशरूम से निकलकर उसके सामने उसकी दी हुई नाइटी में आ जाती है।
दिव्या नाइटी में बेहद हॉट लग रही थी। उसे देखते ही राजेश खुद को रोक नहीं पाता और सीधा अपने होंठ उसके होंठों की तरफ बढ़ा देता है। जितना प्यासा आज राजेश था शायद उतनी ही दिव्या भी थी।
दिव्या झट से उसके लबों को चूमना शुरू कर देती है और राजेश किस करते हुए दिव्या को बेड की तरफ ले जाने लगता है, जल्द ही दिव्या बेड पर बैठ जाती है और राजेश के बदन से चिपकने लगती है। वो इस समय जल्द से जल्द राजेश का लंड अपनी चूत में उतार लेना चाहती थी।
दिव्या अपना हाथ राजेश की जांघों में डालने लगती है तो राजेश न चाहते हुए भी उसका हाथ रोकने की कोशिश करता है, उसे डर था कि कहीं उसका लंड इस समय छेड़ने से ही झड़ न जाए। और वैसे भी वह जल्दी से जल्दी कर्नल को किया वादा पूरा कर दिव्या के साथ फ्री होकर चुदाई करना चाहता था।
राजेश अंदर ही अंदर डर रहा था कि कैसे ये सब हो पाएगा। कहीं दिव्या को पता न चल जाए। इसी डर के बीच, राजेश दिव्या को खड़ा कर दिव्या के होंठों को चूमता हुआ उसे अचानक टर्न करके उसकी आँखों पर पहले एक काला कपड़ा बांध उसे ब्लाइंड फोल्ड करता है, फिर उसके हाथों को हैंडकफ से बाँधने लगता है।
दिव्या के लिए ये सब नया था, पहले कभी राजेश ने ऐसा नहीं किया था पर इससे दिव्या को एक थ्रिल का अहसास फील होता है।

दिव्या नाइटी में बेहद हॉट लग रही थी। उसे देखते ही राजेश खुद को रोक नहीं पाता और सीधा अपने होंठ उसके होंठों की तरफ बढ़ा देता है। जितना प्यासा आज राजेश था शायद उतनी ही दिव्या भी थी।

दिव्या झट से उसके लबों को चूमना शुरू कर देती है और राजेश किस करते हुए दिव्या को बेड की तरफ ले जाने लगता है, जल्द ही दिव्या बेड पर बैठ जाती है और राजेश के बदन से चिपकने लगती है। वो इस समय जल्द से जल्द राजेश का लंड अपनी चूत में उतार लेना चाहती थी।
दिव्या अपना हाथ राजेश की जांघों में डालने लगती है तो राजेश न चाहते हुए भी उसका हाथ रोकने की कोशिश करता है, उसे डर था कि कहीं उसका लंड इस समय छेड़ने से ही झड़ न जाए। और वैसे भी वह जल्दी से जल्दी कर्नल को किया वादा पूरा कर दिव्या के साथ फ्री होकर चुदाई करना चाहता था।
राजेश अंदर ही अंदर डर रहा था कि कैसे ये सब हो पाएगा। कहीं दिव्या को पता न चल जाए। इसी डर के बीच, राजेश दिव्या को खड़ा कर दिव्या के होंठों को चूमता हुआ उसे अचानक टर्न करके उसकी आँखों पर पहले एक काला कपड़ा बांध उसे ब्लाइंड फोल्ड करता है, फिर उसके हाथों को हैंडकफ से बाँधने लगता है।

दिव्या के लिए ये सब नया था, पहले कभी राजेश ने ऐसा नहीं किया था पर इससे दिव्या को एक थ्रिल का अहसास फील होता है।