hotaks444
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जुड़वाँ बहनों की चुदाई
लेखक: पार्तो सेनगुप्ता
मेरा नाम हेमा है। मेरी एक जुड़वा बहन सीमा है। मैं बहुत ही सैक्सी हूँ लेकिन वो सैक्स में ज्यादा रुचि नहीं लेती। हम दोनों दिखने में एक जैसी हैं। कोई भी हम दोनों को देख कर नहीं बता सकता कि कौन सीमा है और कौन हेमा। हम दोनों की आवाज़, बोलने की स्टाइल, सारा बदन, सब एक जैसा है। हम दोनों की शादी पाँच महीने पहले ही हो चुकी है। हम दोनों की कोई भी बात एक दूसरे से छिपी नहीं है। मेरे पति का नाम धरम है और सीमा के पति का नाम राज है।
मेरे पति धरम और सीमा के पति राज, दोनों ही बहुत ज्यादा सैक्सी हैं। दोनों में फर्क केवल लंड के साइज़ का है। धरम का लंड आठ इंच लंबा और बहुत मोटा है लेकिन राज का लंड पाँच इंच ही लंबा है। धरम मेरी खूब चुदाई करते हैं। संडे को तो वो मुझे पूरे दिन में कई बार चोदते है। राज भी सीमा को खूब चोदते हैं लेकिन सीमा को सैक्स करना ज्यादा पसंद नहीं है। राज भी संडे को धरम कि तरह ही सीमा कि खूब चुदाई करते है लेकिन सीमा चुदवाते समय चुपचाप पड़ी रहती है।
एक बार मैं सात दिन के लिये सीमा के घर गयी। मैं अपना कोई भी सामन नहीं ले गयी थी, इसलिये मैं सीमा के ही कपड़े पहनती थी। राज जीजू भी मुझे नहीं पहचान पाते थे। कभी-कभी वो मुझे सीमा समझ कर मुझे पकड़ लेते थे। मेरे मन में एक दिन शरारत सूझी। मैं बहुत ही सैक्सी हूँ इसलिये मैंने सोचा एक दिन राज जीजू से चुदवा कर मज़ा लेना चाहिये। संडे का दिन था। राज अभी सो रहे थे और सीमा को अपनी एक फ्रैंड के घर जाना था। सीमा ने मुझसे कहा, “राज को जगा देना और नाश्ता करा देना। मैं दो-तीन बजे तक वापस आ जाऊँगी। कोई शरारत मत करना।”
मैंने कहा, “ठीक है।”
इतना कहने के बाद सीमा अपनी फ्रैंड के घर चली गयी। सीमा के जाने के बाद मैं नहाने चली गयी। नहाने के बाद मैंने अपने बदन पर एक टॉवल लपेट लिया और और ऊँची हील वाली चप्पल पहन कर राज जीजू को जगाने के लिये उनके रूम में पहुँच गयी। मैंने जीजू को जगाया तो वो उठ गये। उन्होंने मुझे सीमा समझ कर पूछा, “हेमा सो रही है क्या?”
मैं मन ही मन खुश हो गयी और कहा, “वो अपनी एक फ्रैंड के पास गयी है। दो-तीन बजे तक वापस आ जायेगी।”
इतना सुनते ही उन्होंने मुझे बेड पर खींच लिया और मुझे चूमने लगे। मैं भी राज को चूमने लगी। थोड़ी देर बाद वो बोले, “हेमा बहुत ही सैक्सी है और तुम हो कि तुम्हें सैक्स में मज़ा ही नहीं आता।”
मैं चुप रही। उन्होंने मेरे बदन पर लिपटा टॉवल खींच लिया तो मैं एक दम नंगी हो गयी। राज ने भी कपड़े उतारने शुरु कर दिये। अब हम दोनों एक दम नंगे हो चुके थे।
राज ने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरे ऊपर सिक्स्टी-नाईन की पोज़िशन में हो गये। उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरु कर दिया और मुझसे अपना लंड चूसने को कहा। मैंने जीजू का लंड मुँह में ले लिया और बड़े प्यार से चूसने लगी। आज पहली बार कोई दूसरा मेरी चूत को चाट रहा था। मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। थोड़ी ही देर बाद जीजू का लंड खड़ा हो गया। मैंने उनका लंड अपने मुँह के अंदर बाहर करना शुरु कर दिया तो जीजू बोले, “सीमा, लगाता है कि आज तुम मूड में हो।”
मैंने कहा, “हाँ राज, आज मैं चूत चुदवाने के मूड में हूँ। हेमा सुबह मुझे धरम और अपना किस्सा बता रही थी इसलिये मुझे भी आज थोड़ा जोश आ गया। आज मेरा मन भी कई बार चुदवाने का हो रहा है।”
राज बोले, “तब तो आज खूब मज़ा आयेगा।”
राज अभी भी मेरी चूत चाट रहे थे और मैं बहुत ज्यादा जोश में आ चुकी थी। थोड़ी ही देर में मैं झड़ गयी तो राज ने कहा, “आज तो तुम्हारी चूत ने पानी भी छोड़ दिया।”
मैंने कहा, “हाँ, आज मैं भी जोश में हूँ।”
उसके बाद राज मेरे ऊपर से हट कर मेरी टाँगों के बीच आ गये। उन्होंने मेरी टाँगों को उठा कर मेरे पैरों को अपने कंधे पर रख लिया। मेरे पैरों में अभी भी हील वाली चप्पल मौजूद थी। फिर उन्होंने मेरी चूत की लिप्स को फैला कर अपने लंड का टोपा बीच में रख दिया। मेरी चूत पर आज पहली बार किसी दूसरे आदमी ने अपना लंड रखा था इसलिये मैं जोश के मारे एक दम पागल सी होने लगी। मेरे सारे बदन में सनसनी सी दौड़ गयी। तभी राज ने एक धक्का मारा तो उनका पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में समा गया। वो बोले, “क्या बात है। आज तुम्हारी चूत एक दम ढीली लग रही है। मेरा पूरा का पूरा लंड बिना किसी रुकावट के अंदर चला गया।”
मैं तो धरम के आठ इंच लंबे लंड से चुदवाने की आदी थी और राज का लंड केवल पाँच इंच का था। मैंने कहा, “आज मैं ज्यादा जोश में हूँ और एक बार झड़ भी चुकी हूँ इसलिये तुम्हें मेरी चूत धीली लग रही होगी।”
राज कुछ नहीं बोले और उन्होंने मुझे तेजी के साथ चोदना शुरु कर दिया। वो एक दम धरम कि तरह मेरी चुदाई कर रहे थे। अंतर केवल इतना था कि राज का लंड धरम के लंड से छोटा था। मैं बहुत ज्यादा जोश में थी इसलिये पाँच मिनट में ही झड़ गयी। मेरी चूत से पानी निकलता देखकर राज बहुत ज्यादा जोश में आ गये और उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। वो मुझे एक दम आँधी कि तरह चोदने लगे। पूरा बेड हिलने लगा और रूम में फच-फच की आवाज़ होने लगी। लगभग पंद्रह मिनट बाद राज के लंड ने पानी छोड़ दिया और मेरी चूत भरने लगी। राज के साथ ही साथ मैं भी फिर से झड़ गयी। पूरी तरह से झड़ जाने के बाद राज ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और हट गये। मैंने राज को अपनी तरफ़ खींच लिया और उनका लंड चाटने लगी। वो बहुत खुश हो गये और बोले, “तुम तो मेरा लंड झड़ने के बाद अपने मुँह में नहीं लेती थी लेकिन आज तो तुम मेरा लंड भी चाट रही हो। आज तो चुदाई में मज़ा आ गया।”
उसके बाद मैं राज के साथ फिर से बाथरूम में नहाने चली गयी। हम दोनों ने एक दूसरे के बदन पर खूब साबून लगाया और नहाने लगे। हम दोनों बाथरूम से नहा कर नंगे ही बाहर आ गये। मैंने कहा, “मैं नाश्ता बनाने जाती हूँ।”
मैं कपड़े पहनने लगी तो राज बोले, “घर में तो कोई भी नहीं है। आज तुम ऐसे ही नाश्ता बना लो।”
मैं सिर्फ ऊँची हील वाली चप्पल पहने एक दम नंगी ही नाश्ता बनाने चली गयी। थोड़ी देर बाद मैं नाश्ता लेकर आयी तो मैंने देखा कि राज भी एक दम नंगे ही सोफ़े पर बैठ कर नाश्ते का इंतज़ार कर रहे थे। हम दोनों नाश्ता करने लगे। नाश्ता करने के बाद राज ने मुझे अपनी तरफ़ खींच लिया और मुझे सोफ़े पर लिटा दिया। उन्होंने प्लेट से ढेर सारा बटर उठाया और मेरी चूत में भरने लगे। धरम ने मेरे साथ आज तक ऐसा कभी नहीं किया था इसलिये मुझे मज़ा आ रहा था।
मैं जोश में आने लगी। उन्होंने ढेर सारा बटर मेरी चूत में भर दिया और फिर मेरी चूत से बटर चाटने लगे। मैं एक दम पागल सी होने लगी। फिर उन्होंने दो ब्रैड लिये और मेरी चूत में अँगुली डाल डाल कर बटर निकालने लगे। उन्होंने वो बटर ब्रैड पर लगाना शुरु कर दिया। उसके बाद राज ने एक ब्रैड मुझे दिया और दूसरा खुद खाने लगे और बोले, “बहुत ही स्वाद है इस ब्रैड में।”
मैं भी मुस्कुराते हुए ब्रैड खाने लगी। ब्रैड खाने के बाद उन्होंने मुझे ज़मीन पर डॉगी स्टाइल में कर दिया और अपना लंड एक ही झटके से मेरी चूत में डाल दिया। बटर लगा होने की वजह से उनका लंड मेरी चूत में एक दम जड़ तक घुस गया। उसके बाद राज ने मेरी चुदाई शुरु कर दी। बटर लगा होने कि वजह से उनका लंड स्लिप करते हुए मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था और मुझे कुछ भी पता नहीं चल रहा था। मुझे बहुत कम मज़ा आ रहा था। वो मुझे लगभग तीस मिनट तक चोदने के बाद बोले, “तुम जानती हो कि मैंने तुम्हारी चूत में बटर क्यों लगाया?”
मैंने कहा, “नहीं।”
राज बोले, “मैं इस बार बहुत देर तक चोदना चाहता था। इस बटर की वजह से मेरा लंड तुम्हारी चूत में स्लिप करते हुए अंदर बाहर हो रहा है। इस वजह से हम दोनों जल्दी नहीं झड़ पायेंगे।”
लेखक: पार्तो सेनगुप्ता
मेरा नाम हेमा है। मेरी एक जुड़वा बहन सीमा है। मैं बहुत ही सैक्सी हूँ लेकिन वो सैक्स में ज्यादा रुचि नहीं लेती। हम दोनों दिखने में एक जैसी हैं। कोई भी हम दोनों को देख कर नहीं बता सकता कि कौन सीमा है और कौन हेमा। हम दोनों की आवाज़, बोलने की स्टाइल, सारा बदन, सब एक जैसा है। हम दोनों की शादी पाँच महीने पहले ही हो चुकी है। हम दोनों की कोई भी बात एक दूसरे से छिपी नहीं है। मेरे पति का नाम धरम है और सीमा के पति का नाम राज है।
मेरे पति धरम और सीमा के पति राज, दोनों ही बहुत ज्यादा सैक्सी हैं। दोनों में फर्क केवल लंड के साइज़ का है। धरम का लंड आठ इंच लंबा और बहुत मोटा है लेकिन राज का लंड पाँच इंच ही लंबा है। धरम मेरी खूब चुदाई करते हैं। संडे को तो वो मुझे पूरे दिन में कई बार चोदते है। राज भी सीमा को खूब चोदते हैं लेकिन सीमा को सैक्स करना ज्यादा पसंद नहीं है। राज भी संडे को धरम कि तरह ही सीमा कि खूब चुदाई करते है लेकिन सीमा चुदवाते समय चुपचाप पड़ी रहती है।
एक बार मैं सात दिन के लिये सीमा के घर गयी। मैं अपना कोई भी सामन नहीं ले गयी थी, इसलिये मैं सीमा के ही कपड़े पहनती थी। राज जीजू भी मुझे नहीं पहचान पाते थे। कभी-कभी वो मुझे सीमा समझ कर मुझे पकड़ लेते थे। मेरे मन में एक दिन शरारत सूझी। मैं बहुत ही सैक्सी हूँ इसलिये मैंने सोचा एक दिन राज जीजू से चुदवा कर मज़ा लेना चाहिये। संडे का दिन था। राज अभी सो रहे थे और सीमा को अपनी एक फ्रैंड के घर जाना था। सीमा ने मुझसे कहा, “राज को जगा देना और नाश्ता करा देना। मैं दो-तीन बजे तक वापस आ जाऊँगी। कोई शरारत मत करना।”
मैंने कहा, “ठीक है।”
इतना कहने के बाद सीमा अपनी फ्रैंड के घर चली गयी। सीमा के जाने के बाद मैं नहाने चली गयी। नहाने के बाद मैंने अपने बदन पर एक टॉवल लपेट लिया और और ऊँची हील वाली चप्पल पहन कर राज जीजू को जगाने के लिये उनके रूम में पहुँच गयी। मैंने जीजू को जगाया तो वो उठ गये। उन्होंने मुझे सीमा समझ कर पूछा, “हेमा सो रही है क्या?”
मैं मन ही मन खुश हो गयी और कहा, “वो अपनी एक फ्रैंड के पास गयी है। दो-तीन बजे तक वापस आ जायेगी।”
इतना सुनते ही उन्होंने मुझे बेड पर खींच लिया और मुझे चूमने लगे। मैं भी राज को चूमने लगी। थोड़ी देर बाद वो बोले, “हेमा बहुत ही सैक्सी है और तुम हो कि तुम्हें सैक्स में मज़ा ही नहीं आता।”
मैं चुप रही। उन्होंने मेरे बदन पर लिपटा टॉवल खींच लिया तो मैं एक दम नंगी हो गयी। राज ने भी कपड़े उतारने शुरु कर दिये। अब हम दोनों एक दम नंगे हो चुके थे।
राज ने मुझे पलंग पर लिटा दिया और मेरे ऊपर सिक्स्टी-नाईन की पोज़िशन में हो गये। उन्होंने मेरी चूत को चाटना शुरु कर दिया और मुझसे अपना लंड चूसने को कहा। मैंने जीजू का लंड मुँह में ले लिया और बड़े प्यार से चूसने लगी। आज पहली बार कोई दूसरा मेरी चूत को चाट रहा था। मुझे बहुत ज्यादा मज़ा आ रहा था। थोड़ी ही देर बाद जीजू का लंड खड़ा हो गया। मैंने उनका लंड अपने मुँह के अंदर बाहर करना शुरु कर दिया तो जीजू बोले, “सीमा, लगाता है कि आज तुम मूड में हो।”
मैंने कहा, “हाँ राज, आज मैं चूत चुदवाने के मूड में हूँ। हेमा सुबह मुझे धरम और अपना किस्सा बता रही थी इसलिये मुझे भी आज थोड़ा जोश आ गया। आज मेरा मन भी कई बार चुदवाने का हो रहा है।”
राज बोले, “तब तो आज खूब मज़ा आयेगा।”
राज अभी भी मेरी चूत चाट रहे थे और मैं बहुत ज्यादा जोश में आ चुकी थी। थोड़ी ही देर में मैं झड़ गयी तो राज ने कहा, “आज तो तुम्हारी चूत ने पानी भी छोड़ दिया।”
मैंने कहा, “हाँ, आज मैं भी जोश में हूँ।”
उसके बाद राज मेरे ऊपर से हट कर मेरी टाँगों के बीच आ गये। उन्होंने मेरी टाँगों को उठा कर मेरे पैरों को अपने कंधे पर रख लिया। मेरे पैरों में अभी भी हील वाली चप्पल मौजूद थी। फिर उन्होंने मेरी चूत की लिप्स को फैला कर अपने लंड का टोपा बीच में रख दिया। मेरी चूत पर आज पहली बार किसी दूसरे आदमी ने अपना लंड रखा था इसलिये मैं जोश के मारे एक दम पागल सी होने लगी। मेरे सारे बदन में सनसनी सी दौड़ गयी। तभी राज ने एक धक्का मारा तो उनका पूरा का पूरा लंड मेरी चूत में समा गया। वो बोले, “क्या बात है। आज तुम्हारी चूत एक दम ढीली लग रही है। मेरा पूरा का पूरा लंड बिना किसी रुकावट के अंदर चला गया।”
मैं तो धरम के आठ इंच लंबे लंड से चुदवाने की आदी थी और राज का लंड केवल पाँच इंच का था। मैंने कहा, “आज मैं ज्यादा जोश में हूँ और एक बार झड़ भी चुकी हूँ इसलिये तुम्हें मेरी चूत धीली लग रही होगी।”
राज कुछ नहीं बोले और उन्होंने मुझे तेजी के साथ चोदना शुरु कर दिया। वो एक दम धरम कि तरह मेरी चुदाई कर रहे थे। अंतर केवल इतना था कि राज का लंड धरम के लंड से छोटा था। मैं बहुत ज्यादा जोश में थी इसलिये पाँच मिनट में ही झड़ गयी। मेरी चूत से पानी निकलता देखकर राज बहुत ज्यादा जोश में आ गये और उन्होंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। वो मुझे एक दम आँधी कि तरह चोदने लगे। पूरा बेड हिलने लगा और रूम में फच-फच की आवाज़ होने लगी। लगभग पंद्रह मिनट बाद राज के लंड ने पानी छोड़ दिया और मेरी चूत भरने लगी। राज के साथ ही साथ मैं भी फिर से झड़ गयी। पूरी तरह से झड़ जाने के बाद राज ने अपना लंड मेरी चूत से बाहर निकाला और हट गये। मैंने राज को अपनी तरफ़ खींच लिया और उनका लंड चाटने लगी। वो बहुत खुश हो गये और बोले, “तुम तो मेरा लंड झड़ने के बाद अपने मुँह में नहीं लेती थी लेकिन आज तो तुम मेरा लंड भी चाट रही हो। आज तो चुदाई में मज़ा आ गया।”
उसके बाद मैं राज के साथ फिर से बाथरूम में नहाने चली गयी। हम दोनों ने एक दूसरे के बदन पर खूब साबून लगाया और नहाने लगे। हम दोनों बाथरूम से नहा कर नंगे ही बाहर आ गये। मैंने कहा, “मैं नाश्ता बनाने जाती हूँ।”
मैं कपड़े पहनने लगी तो राज बोले, “घर में तो कोई भी नहीं है। आज तुम ऐसे ही नाश्ता बना लो।”
मैं सिर्फ ऊँची हील वाली चप्पल पहने एक दम नंगी ही नाश्ता बनाने चली गयी। थोड़ी देर बाद मैं नाश्ता लेकर आयी तो मैंने देखा कि राज भी एक दम नंगे ही सोफ़े पर बैठ कर नाश्ते का इंतज़ार कर रहे थे। हम दोनों नाश्ता करने लगे। नाश्ता करने के बाद राज ने मुझे अपनी तरफ़ खींच लिया और मुझे सोफ़े पर लिटा दिया। उन्होंने प्लेट से ढेर सारा बटर उठाया और मेरी चूत में भरने लगे। धरम ने मेरे साथ आज तक ऐसा कभी नहीं किया था इसलिये मुझे मज़ा आ रहा था।
मैं जोश में आने लगी। उन्होंने ढेर सारा बटर मेरी चूत में भर दिया और फिर मेरी चूत से बटर चाटने लगे। मैं एक दम पागल सी होने लगी। फिर उन्होंने दो ब्रैड लिये और मेरी चूत में अँगुली डाल डाल कर बटर निकालने लगे। उन्होंने वो बटर ब्रैड पर लगाना शुरु कर दिया। उसके बाद राज ने एक ब्रैड मुझे दिया और दूसरा खुद खाने लगे और बोले, “बहुत ही स्वाद है इस ब्रैड में।”
मैं भी मुस्कुराते हुए ब्रैड खाने लगी। ब्रैड खाने के बाद उन्होंने मुझे ज़मीन पर डॉगी स्टाइल में कर दिया और अपना लंड एक ही झटके से मेरी चूत में डाल दिया। बटर लगा होने की वजह से उनका लंड मेरी चूत में एक दम जड़ तक घुस गया। उसके बाद राज ने मेरी चुदाई शुरु कर दी। बटर लगा होने कि वजह से उनका लंड स्लिप करते हुए मेरी चूत के अंदर बाहर हो रहा था और मुझे कुछ भी पता नहीं चल रहा था। मुझे बहुत कम मज़ा आ रहा था। वो मुझे लगभग तीस मिनट तक चोदने के बाद बोले, “तुम जानती हो कि मैंने तुम्हारी चूत में बटर क्यों लगाया?”
मैंने कहा, “नहीं।”
राज बोले, “मैं इस बार बहुत देर तक चोदना चाहता था। इस बटर की वजह से मेरा लंड तुम्हारी चूत में स्लिप करते हुए अंदर बाहर हो रहा है। इस वजह से हम दोनों जल्दी नहीं झड़ पायेंगे।”