desiaks
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Thriller क़त्ल एक हसीना का
1
सिडनी
कुछ गड़बड़ थी।
पहले पासपोर्ट ऑफिसर ने मुस्कुराते हुए पूछाः 'कैसे हो, दोस्त ?'
'मैं ठीक हूं,' राज ने झूठ कहा। ओस्लो से उड़ान भरे उसे 30 से अधिक घंटे हो चुके थे, वह लंदन के रास्ते आया था। बहरीन में जहाज बदलकर वह एमरजेंसी एग्जिट के पास उसी सख्त सीट पर बैठा था, जिसे सुरक्षा कारणों से महज थोड़ा ही पीछे किया जा सकता था। ऐसे में सिंगापुर पहुंचने तक उसकी कमर पूरी तरह अकड़ चुकी थी।
और अब काउंटर के पीछे बैठी वह महिला मुस्कुरा नहीं रही थी।
उसने पासपोर्ट की परख बड़ी दिलचस्पी के साथ की थी। अब यह कहना मुश्किल था कि उसकी तस्वीर थी या उसका नाम जिसने उसे शुरू-शुरू में खुश कर दिया था।
'बिजनेस ?'
राज को इस बात की शंका थी कि दुनिया में ज्यादातर जगहों पर पासपोर्ट अधिकारी 'सर' का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसने महसूस किया कि ऐसे औपचारिक अभिवादनों का खासतौर पर अमेरिका में प्रचलन नहीं था। इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था। राजको खासतौर पर विदेश यात्राओं और नकचढ़ेपन की आदत नहीं थी--वह तो केवल चाहता था कि उसे होटल में जल्दी से जल्दी एक कमरा मिल जाए और सोने, के लिए बिस्तर, बस ।
'हां', उसने काउंटर पर उंगलियों से थपथपाते हुए जवाब दिया।
और उसी वक़्त उसके होंठ मुड़े,थोड़े विकृत हुए और उसने सख्त लहजे में कहा,'सर, आपके पासपोर्ट में वीजा क्यों नहीं है?'
उसका दिल डूबने लगा, जैसे अक्सर उस वक़्त होता था, जब उसे तट पर दुर्घटना का कोई संकेत मिलता था। शायद 'सर' का प्रयोग उसी वक्त किया जाता था, जब हालात अधिक खराब हो जाते थे ?
'माफ कीजिएगा, मैं भूल गया था,' राजबुदबुदाया और बड़ी बेचैनी से अपनी अंदरूनी जेबों में हाथ डालकर खोजने लगा। वे उसके पासपोर्ट में विशेष वीजा उसी तरह से नत्थी क्यों नहीं कर पाए थे, जिस तरह से वे सामान्य वीजा की नत्थी करते हैं? उसके पीछे पंक्ति में वॉकमैन की हल्की सी भिनभिनाहट सुनाई दी, तो उसे अहसास हुआ कि हवाई जहाज में उसका सहयात्री था। पूरी उड़ान के दौरान वह वही कैसेट बजाता रहा था। उसे यह क्यों नहीं याद रह पाता है कि वह किस जेब में चीजों को रखता है? गर्मी भी बहुत हो रही थी, जबकि उस समय रात के दस बज रहे थे। राजको महसूस हो रहा था कि उसकी खोपड़ी में खुजलाहट शुरू हो गई थी।
आखिरकार उसे काग़ज़ात मिल गए और उसने उन्हें काउंटर पर रख दिया, उसे उस पल कुछ राहत महसूस हुई।
'आप पुलिस अधिकारी हैं?'
पासपोर्ट ऑफिसर ने उस स्पेशल वीजा से सर उठाकर उसे ध्यान से देखा, लेकिन इस बार उसके चेहरे की शिकन जा चुकी थी।
' उम्मीद करती हूं कि नॉर्वे की किसी सुंदरी का क़त्ल नहीं हुआ होगा ?' वह मुस्कुराई और उसने उस विशेष वीजा के ऊपर जोर से ठप्पा लगाया ।
'हां, सिर्फ एक का हुआ है।' राज ने जवाब दिया।
* * *
आगमन कक्ष यात्रा प्रतिनिधियों एवं लिमोजिन गाड़ी के चालकों से भरा हुआ था, वे हाथ में नामों की तख्तियां लिए खड़े थे, लेकिन होल नाम की तख्ती लिए कोई दिखाई नहीं दे रहा था। वह टैक्सी पकड़ने ही वाला था कि हल्के नीले रंग की जींस और हवाईयन शर्ट पहने एक अश्वेत आदमी उसकी तरफ दौड़ता हुआ आया। उसकी नाक अस्वाभाविक रूप से चौड़ी थी और उसने घुंघराले बालों को बीच से बना रखा था।
'मेरे ख्याल से आप मिस्टर राज हैं, उसने विजेता की तरह घोषणा की।
राज ने अपने विकल्पों के बारे में सोचा। उसने इस बात का फैसला किया था कि वह ऑस्ट्रेलिया में शुरू में कुछ दिन अपने उपनाम के उच्चारण को शुद्ध करने का काम करेगा, जिससे कि उसे सूराख या छिद्र के रूप में न समझ लिया जाए । 'मिस्टर राज' को तो वह हर तरह से प्राथमिकता देने वाला था।
'मैं एंड्रयु केनसिंग्टन हूं। आप कैसे हैं?' उस आदमी ने दांत निपोरे और अपना विशाल पंजा आगे बढ़ाया।
वह जूस निकालने वाली मशीन से किसी तरह से कम नहीं था।
'सिडनी में आपका स्वागत है। मुझे उम्मीद है कि आपको सफर में मजा आया होगा।' उस अजनबी ने उसी निष्कपटता के साथ यह बात कही थी, जिस तरह बीस मिनट पहले विमान परिचारिका की आवाज गूंजी थी। उसने राजके हाथ से उसका पिचका हुआ सूटकेस ले लिया और और बाहरी गेट की तरफ बढ़ने लगा, बिना पीछे देखे। राजउसके साथ-साथ चलने लगा।
'आप सिडनी पुलिस के लिए काम करते हैं?' उसने बातचीत की शुरुआत की।
'हां दोस्त । ध्यान रखना !'
घूमने वाला दरवाजा राजके चेहरे पर आकर लगा। ऐन नाक पर, और उसकी आंखों में पानी भर आया। एक बुरे तमाशे की इससे खराब शुरुआत नहीं हो सकती थी। उसने अपनी नाक को मला और नॉर्वेजियाई भाषा में कसम खाई। केनसिंग्टन ने उसकी तरफ सहानुभूति भरी नजरों से देखा ।
'बड़ा कमीना दरवाजा है, नहीं?' उसने कहा।